Ajab Gajab – Politics Insight https://politicsinsight.com News Without Politics Thu, 07 Dec 2023 10:50:41 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.3.3 23 साल की युवती को हुआ 62 साल के शख्स से प्यार, सोशल मीडिया में मचा बवाल https://politicsinsight.com/?p=142306 Thu, 07 Dec 2023 10:50:41 +0000 https://politicsinsight.com/?p=142306 कहा जाता है कि प्यार कि न कोई सीमा होती हैं और न ही कोई दायारा। प्रेम में पड़े लोगों कों रूप, रंग और धर्म से कोई मतलब नही होता। वे बस प्यार की भावनाओं में बहते चले जाते हैं। शायद इसीलिए कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है।

प्यार एक ऐसा एहसास है जो जाति, धर्म या उम्र से परे है और इन चीजों में उसको कोई भेद नहीं दिखाई देता। हाल ही में एक ऐसी ही घटना सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। एक 23 साल की लड़की को अपने से 40 साल बड़े लडके से प्यार हो गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 23 साल की लड़की का नाम विलो है और वह डेविड नाम के 62 साल के शख्स के साथ रिलेशनशिप में है। दोनों की मुलाकात डेटिंग ऐप टिंडर पर हुई थी। यह जोड़ी हाल ही में लव डोंट जज शो में गई थी, जहां दोनों ने बताया कि उम्र के इस अंतर से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

हालाँकि, लोग उनके बारे में बहुत सारी नकारात्मक बातें कहते हैं और उनके रिश्ते पर उंगलियाँ उठाते हैं। लोग विलो को गोल्ड डिगर कहते हैं और शुगर बेबी कहकर ट्रोल करते हैं।

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अनोखी आस्था: सावन के महीने में इस होटल-रेस्तरां का बदल जाता है मेन्यू, आखिर क्या है इसके पीछे का कारण https://politicsinsight.com/?p=134506 Sat, 08 Jul 2023 10:41:04 +0000 https://politicsinsight.com/?p=134506 (Pi bureau)

सावन माह में शिव भक्तों सहित शहरवासियों का खानपान पूरी तरह से बदल जाता है। सावन के महीने में पूजा पाठ के साथ ही सात्विक भोजन भी दिनचर्या का हिस्सा है। ऐसे में घरों में ही नहीं, होटल और रेस्तरां में भी मांसाहार न खाया और न बनाया जाता है। ऐसे में होटल के मेन्यू पूरी तरह से बदल जाता है। यहां तक कि एक माह के लिए शहर के कुछ होटल और रेस्तरां में बनने वाली किसी भी डिश में प्याज और लहसुन तक का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

लहसुन और प्याज से भी परहेज करते हैं शहरवासी

होटल संचालकों का कहना है कि सावन माह में लोग मांसाहार ही नहीं, लहसुन-प्याज तक खाने में परहेज करते हैं। ऐसे में एक माह के लिए मेन्यू में सात्विक डिश की संख्या बढ़ा दी जाती है। इसके अलावा दाल मखनी, पनीर हांडी, पनीर धनिया अदरकी, भूना पनीर मसाला, पनीर कोल्हापुरी के अलावा मखमली कोफ्ता जैसी डिश भी इन दिनों प्याज लहसुन के बिना ही पकाई जाती है।

एक माह के लिए मांसाहार डिश नहीं

सावन में एक माह के लिए होटल में मांसाहार डिश पर रोक लगा दी जाती है। लोग भी ऐसी डिश खाने से परहेज करते हैं। इसके साथ ही मेन्यू में कुछ नई स्वादिष्ट डिश को भी शामिल किया है। -नवीन अरोड़ा, निदेशक होटल हारमनी इन गढ़ रोड

इस एक माह में लोग प्याज-लहसुन खाने से भी परहेज करते हैं। ऐसे में उनके लिए आलू, भिंडी के अलावा मिक्स सब्जी और कई प्रकार की दाल को बिना प्याज और लहसुन के पकाया जाता है। इससे लोगों को कोई परेशानी न हो। -गौरव नारंग, निदेशक होटल क्रोम दिल्ली रोड

लोगों की पसंद का ध्यान रखते हुए कई सालों से सावन माह में मेन्यू में बदलाव किया जा रहा है। इस माह में मांसाहार न खाने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है। हमें भी लोगों की पसंद का ध्यान है। ऐसे में एक माह के लिए मेन्यू से कई डिश हटा दी जाती है।

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सामने आया अनोखा मामला: 19 साल की लड़की ने दिया जुड़वाँ बच्चों को जन्म, दोनों बच्चों के पिता अलग https://politicsinsight.com/?p=119313 Thu, 08 Sep 2022 10:49:05 +0000 https://politicsinsight.com/?p=119313 (Pi Bureau)

पुर्तगाल में एक युवती ने कथित तौर पर जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है, चौका देने वाली बात ये हैं की दोनों बच्चों के पिता अलग अलग हैं। ऐसा इतिहास में केवल कुछ ही बार हुआ हैं। हाल ही में यह अत्यंत दुर्लभ मामला पुर्तगाल के माइनिरोस शहर में हुआ है।

बच्चों की 19 वर्षीय मां ने बताया कि उसने एक ही दिन में दो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाया था। और वो उन दोनों से गर्भवती हो गई। आगे उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं पता था कि ऐसा हो सकता है,” इसके बाद महिला ने अपनी पहचान न बताने के लिए भी कहा।

रिपोर्ट के अनुसार, महिला को लगा कि पुरुषों में से एक पिता है, इसलिए उसने एक लड़के और अपने दोनों बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया था। जब टेस्ट के परिणाम आए तो पता चला कि उस लड़के ने अपने एक लड़के को जन्म दिया, लेकिन दूसरे का पिता कोई और हैं। जिसके बाद मुझे दूसरे लड़के की याद आई जिससे मैंने सम्बन्ध बनाया था। मैंने उसे बुलाकर उसका भी टेस्ट कराया। और उसकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

इस तरह के मामले बहुत ही दुर्लभ हैं रिपोर्ट्स के मुताबिक यह तब हो सकता है जब एक महिला का शरीर उसी मासिक धर्म के दौरान दूसरा अंडा जारी करता है। इस दौरान उसे स्पष्ट रूप से एक ही समय में कई पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने की भी आवश्यकता होगी।

यह दुनिया भर में ऐसा होने का सिर्फ 20 वां मामला होगा, जिसका अर्थ है कि और महिलाओं ने भी लॉटरी जीती है, यह अत्यंत दुर्लभ है। यह दस लाख में एक होता है। बच्चों की माँ ने बताया कि दोनों लड़कों के जन्म प्रमाण पत्र पर एक ही पिता का नाम लिखा हैं और वही दोनों की देखभाल करता है।

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अखिलेश यादव के इस बयान पर भूपेंद्र सिंह का तीखा प्रहार, बोले – सपा अपनी चिंता करें क्योंकि… https://politicsinsight.com/?p=119243 Wed, 07 Sep 2022 13:21:28 +0000 https://politicsinsight.com/?p=119243 (Pi Bureau)

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के बीच जुबानी जंग जारी है। इसी क्रम में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए। क्योंकि उनके विधायक हमारे संपर्क में हैं।

दरअसल, एक निजी चैनल के कार्यक्रम के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आफर देने के अंदाज में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए कहा था कि 100 विधायक ले आएं, समाजवादी पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री बना देगी। इस बयान पर अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने अखिलेश यादव पर जवाबी हमला बोला है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि केशव प्रसाद मौर्य संगठन के, पार्टी के प्रमाणित एवं भाजपा की विचारधारा के लिए समर्पित कार्यकर्ता हैं। वह सदैव हमारे साथ रहेंगे, किसी स्वार्थ में पड़ने वाले नेता नहीं हैं। वह अखिलेश यादव को चलाएंगे, अखिलेश यादव उन्हें क्या चला पाएंगे? उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव तो अपने गठबंधन की, अपने परिवार की, अपनी पार्टी की, अपने विधायकों की भी चिंता कर लें क्योंकि उनके विधायक हमारे संपर्क में हैं।

इससे पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस आफर पर पलटवार करते हुए कहा कि वो अपने 100 विधायक बचाएं वो सब भाजपा में आने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मुझसे घृणा करते हैं। विधानसभा में अखिलेश का प्यार मेरे प्रति सबने देखा है। अखिलेश यादव खुद डूबने वाले हैं वो मुझे क्या मुख्यमंत्री बनाएंगे।

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यंहा पर होती है भोलेनाथ के अंगूठे की पूजा, वजह जानकर दंग रह जाए आप… https://politicsinsight.com/?p=115691 Mon, 25 Jul 2022 09:40:18 +0000 https://politicsinsight.com/?p=115691 (Pi Bureau)
अभी तक आपने मंदिरों में शिवलिंग और शिव प्रतिमा के दर्शन किए होंगे लेकिन आज हम आपको महादेव के उस मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां शिव के पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है।
चार टन के नंदी की प्रतिमा स्थापित
सिरोही के हिल स्टेशन माउंट आबू से करीब 11 किलोमीटर दूर अचलगढ़ की पहाड़ियों पर अचलेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर में प्रवेश करते ही पंच धातु की बनी नंदी की प्रतिमा है। जिसका वजन चार टन है।
गर्भगृह में शिव के अंगूठे का निशान
वहीं मंदिर के अंदर गर्भगृह में शिवलिंग पाताल खंड के रूप में दिखाई देता है। जिसके ऊपर एक तरफ पैर के अंगूठे का निशान उभरा है। यह शिव का दाहिना अंगूठा माना जाता है। कहा जाता है कि इसी अंगूठे ने माउंटआबू के पहाड़ को थाम रखा है। जिस दिन निशान गायब हो जाएगा, उस दिन माउंटआबू के पहाड़ खत्म हो जाएंगे।
पौराणिक कथा

मंदिर को लेकर पौराणिक कथा है कि आबू पर्वत के नीचे ब्रह्मा खाई थी। इसी के पास वशिष्ठ मुनि रहते थे। उनकी कामधेनु गाय एक बार ब्रह्म खाई में गिर गई। तब उसे बचाने के लिए मुनि ने सरस्वती और गंगा का आह्वान किया। जिसके बाद ब्रह्म खाई पानी से जमीन की सतह तक भर गई। ऐसे में कामधेनु गाय बाहर आ गई। हादसे को टालने के लिए वशिष्ठ मुनि ने हिमालय जाकर ब्रह्म खाई को पाटने का अनुरोध किया। तब हिमालय ने अपने पुत्र नंदी वद्रधन को खाई पाटने का काम सौंपा। 
कहते हैं कि अर्बुन नाग नंदी वद्रधन को उड़ाकर ब्रह्म खाई के पास वशिष्ठ आश्रम लाया था। आश्रम में नंदी वद्रधन ने वरदान मांगा कि उसके ऊपर सप्त ऋषियों का आश्रम होना चाहिए। वहीं पहाड़ सबसे सुंदर और वनस्पतियों वाला होना चाहिए। वशिष्ठ ने वरदान दिया। इसी प्रकार अर्बुद नाग ने वर मांगा कि पर्वत का नामकरण उसके नाम से हो। वरदान मिलते ही नंदी वद्रधन खाई में उतरा तो वो धंसता ही गया। केवल नंदी वद्रधन की नाक और ऊपर का हिस्सा जमीन से ऊपर रहा, जो अब आबू पर्वत है।
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अनोखी मिसाल: 6 साल की बच्ची ने बचाई 5 लोगों की जान, सच्चाई जानकर आप भी रह जाएंगे दंग https://politicsinsight.com/?p=110522 Thu, 19 May 2022 06:24:28 +0000 https://politicsinsight.com/?p=110522 (Pi Bureau)

दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में एक 6 वर्षीय बच्ची ने पांच लोगों की जिंदगी बचाई है। इसके बाद यह बच्ची एम्स में अंग दान करने के मामले में सबसे कम उम्र की देहदान करने वाली बन गई है। बच्ची का नाम रोली प्रजापति था।

बता दें कि बीते दिनों नोएडा में अज्ञात हमलावरों ने इस बच्ची के सिर में गोली मार दी थी। जिसके बाद से वह कोमा में चली गयी थी। दिल्ली के एम्स में उसका इलाज चल रहा था। जहां चिकित्सकों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इस दुख की घड़ी में बच्ची के माता-पिता ने बड़ा साहस दिखाया है। उन्होंने अपनी बेटी के अंगों को दान करने का निर्णय लिया, जिससे पांच लोगों को जिंदगी मिली है। 

एम्स के सीनियर न्यूरो सर्जन डा दीपक गुप्ता ने बताया कि 27 अप्रैल को एक साढ़े 6 साल की बच्ची को अस्पताल लाया गया था उसके सिर में गोली लगी हुई थी और पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। बच्ची ब्रेन डेड की हालत में अस्पताल पहुंची थी। इसके बाद हमने उसका उपचार शुरू किया। इस दौरान चिकित्सकों द्वारा समझाने पर बच्ची के माता-पिता अंग दान के लिए तैयार हो गए।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 16 मई को भी एम्स से एक ऐसा मामला सामने आया था। दरअसल एम्स ट्रामा सेंटर में सड़क हादसे के शिकार 32 वर्षीय युवक के अंगदान से चार लोगों को जिंदगी मिली थी। अंगदान में मिला दिल, एक किडनी व लिवर एम्स में अलग-अलग तीन मरीजों को प्रत्यारोपित किया गया था। वहीं दूसरी किडनी आरएमएल अस्पताल में एक अन्य मरीज को प्रत्यारोपित की गई थी। इसमें खास बात यह थी कि दिल 17 वर्षीय किशोर को प्रत्यारोपित किया गया। इस वजह से युवक का दिल अब इस किशोर में धड़केगा।

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हल्दीराम पैकेट में दिखी अजीबोगरीब चीज, सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा है ये वीडियो… https://politicsinsight.com/?p=107503 Wed, 06 Apr 2022 10:45:15 +0000 https://politicsinsight.com/?p=107503 (Pi Bureau)

नमकीन और स्नैक्स बनाने वाली कंपनी हल्दीराम इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। यह सब हल्दीराम पैकेट के ऊपर उर्दू में लिखी कुछ लाइनों की वजह से हुआ है। इससे संबंधित एक वीडियो भी सामने आया है जब एक रिपोर्टर हल्दीराम के एक स्टोर में पहुंचती है और वह स्टोर मैनेजर से उर्दू में कुछ लिखे होने पर आपत्ति दर्ज कराती है। उसने पूछा कि यह क्या लिखा हुआ है और फिर इसके बाद वह रिपोर्टर मैनेजर से भिड़ जाती है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ है और कई यूजर्स ने इसे ट्विटर पर शेयर किया है। इसमें दिख रहा है कि महिला रिपोर्टर हल्दीराम के स्नैक के पैकेट को उठाते हुए स्टोर मैनेजर से पूछती है कि इसमें ऐसा क्या है कि उर्दू में लिख रखा है, और वह मैनेजर पर भड़क जाती है। इसके बाद स्टोर मैनेजर कहती है कि मैं इस पर अपनी राय क्यों दूं। आपका सवाल मुझसे है या पब्लिक से।

देखे ये वीडयो …

मामला यहीं नहीं शांत हुआ इसके बाद रिपोर्टर फिर कहती है कि मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि ऐसा क्या छिपाना चाहती हो और क्यों पैकेट पर उर्दू में लिखा गया है। इस पर स्टोर मैनेजर रिपोर्टर से कहती है कि आपको जो करना है करिए मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगी। घटना के बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आते ही हल्दीराम सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा।

सोशल मीडिया पर कई लोग रिपोर्टर के समर्थन में आए और लिखा कि इस प्रकार के उर्दू लेखन ने नवरात्रि के दौरान उपवास करने वाले हिंदुओं को धोखा दिया है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस पूरे मामले को बेवजह बता रहे हैं। कई यूजर्स ने पैकेट के ऊपर लिखे उर्दू का समर्थन भी किया है। कुछ ने सुझाव दिया कि पैकेट पर लिखी हुई लाइन अरबी में है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसे मध्य पूर्व में निर्यात किया जाता है। फिलहाल यहां देखें वायरल वीडियो.. 

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आखिर क्यों नहीं लगता है पक्षियों को करंट, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह https://politicsinsight.com/?p=107253 Sun, 03 Apr 2022 07:54:30 +0000 https://politicsinsight.com/?p=107253

(Pi Bureau)

जब आप पक्षियों को तार पर बैठा हुआ देखते हो तो आपके मन में जरूर ये सवाल आता ही होगा कि इन्हें करंट क्यों नहीं लगता। आज हम इस लेख में इसी के संबंध में बात करेंगे। दरअसल, आप यह रोज ही देखते हैं कि आपके घर के सामने या फिर कहीं और बहुत संख्या में पक्षी बिजली के तारों पर बैठे रहते हैं। बता दें कि जैसा कि आपको पता होगा कि प्रत्येक वस्तु ‌‌‌के काम करने के अपने नियम होते हैं। बिजली के भी अपने नियम हैं और उन्हीं नियमों पर वह काम करती है।
‌‌‌आपको यह तो मालुम होगा कि इलेक्ट्रान तार के सहारे आगे बढ़ते हैं एवं उनकी गति बहुत ज्यादा होती है और तत्पश्चात हमारे घरों के अंदर पहुंचते हैं। कुछ लोग अपने घरों मे एक अर्थिंग वायर लगाकर रखते हैं तथा इस प्रकार से एक पूरा सर्किट होने पर बल्ब जलता है एवं पंखे वैगरह चलते हैं। 
आपको इसके पीछे की वजह जानने से पूर्व बिजली के प्रवाह के नियम को समझना पड़ेगा। बिजली के चालक के भीतर बेहद से इलेक्ट्रोन्स होते हैं जो कि एक जगह से दूसरी जगह पर गति करते हैं। जब भी ये इलेक्ट्रोन्स एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं तो इससे बिजली का प्रवाह होता है। 
बता दें कि यदि बिजली के प्रवाह के लिए 2 राहें हैं तो वो हमेशा  उस रास्ते से प्रवाहित होगी जहाँ कोई अवरोध नहीं होगा। इसलिए जब भी बिजली का प्रवाह होता है तो वो तांबे से ही होता है। सूत्र बताते है कि पक्षी के शरीर की कोशिकाये एवं ऊतक, ताँबे की तार की तुलना में अधिक प्रतिरोध पैदा करते हैं।

एक वजह यह भी है कि जब तक चिड़िया एक ही साथ जमीन और तार के संपर्क में जब तक नहीं आती है, तब तक उसे करंट नहीं लग सकता। जमीन से संपर्क होने पर अर्थिंग मिलने की वजह से सर्किट पूरा हो जाता है तथा इनके शरीर से होकर बिजली गुजरने लगती है। ठीक यही चीज इंसानों संग भी होता है, जब भी वह किसी तार को छूता है तो उसका पैर जमीन पर होता है जिस से सर्किट पूरा हो जाता है एवं मनुष्य को करंट लग जाता है।

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अनोखी शादी: प्यार में बदली दोस्ती दो लड़कियों ने आपस में रचाई शादी, परिजनों ने दर्ज करवाई रिपोर्ट https://politicsinsight.com/?p=101068 Thu, 13 Jan 2022 14:47:14 +0000 https://politicsinsight.com/?p=101068 (Pi Bureau)

दो लड़कियों की दोस्ती प्यार में बदल गई और अब दोनों ने स्वजनों की नाराजगी के बावजूद आपस में शादी कर ली। दरअसल, हरियाणा के जींद स्थित आदमपुर मंडी निवासी 22 वर्षीय युवती करीब एक साल पहले अपनी बहन के ससुराल चूरू जिले के रतनगढ़ में आई थी। यहां उसकी दोस्ती बहन की 18 वर्षीय ननद से हो गई। दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और प्यार हो गया। दोनों ने शादी करने का फैसला किया और स्वजनों को इस बात की जानकारी दी। इस पर दोनों ही लड़कियों के स्वजनों ने आपत्ति की। रतनगढ़ निवासी युवती अपने घर से निकल कर रेखा के पास हरियाणा पहुंच गई। दोनों ने फतेहाबाद में जाकर शादी कर ली।

परिजनों ने दर्ज करवाई रिपोर्ट

इसी बीच, युवती के पिता ने रतनगढ़ पुलिस थाने में बेटी की गुमशुदगी कर रिपोर्ट दर्ज करवा दी। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने छानबनीन शुरू की तो पता चला कि दोनों ने शादी कर ली। मोबाइल में उनकी लोकेशन हरियाणा के फतेहाबाद में मिली। इस पर पुलिस की टीम ने वहां पहुंचकर बुधवार दोनों लड़कियों को बरामद कर लिया। दोनों को लेकर पुलिस बृहस्पतिवार को रतनगढ़ पहुंची। यहां पहुंचते ही दोनों ने पुलिस थाने में स्वजनों से साफ कह दिया कि हमने आपस में शादी कर ली है। अब अलग नहीं होंगी। काफी समझाइश के बाद भी दोनों नहीं मानी। फिलहाल, दोनों लड़कियों को रतनगढ़ के नारी निकेतन में रखा गया है। पुलिस थाना अधिकारी का कहना है कि एक-दो दिन में इनके बारे में निर्णय लिया जाएगा।

गौरतलब है कि कुछ साल पहले अमेरिका में आपस में शादी करने वाली दो युवतियों ने भारत लौटने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया था। उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर अपनी शादी पंजीकृत करने की मांग की थी। दोनों युवतियों ने दिल्ली हाई कोर्ट में विशेष विवाह अधिनियम के तहत उनकी शादी को पंजीकृत कराने की इजाजत देने की मांग के लिए याचिका दायर की थी। बताया जा रहा है कि दोनों युवतियों ने दावा किया कि दोनों की शादी संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी, लेकिन भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एसएमए के तहत उनके विवाह को पंजीकृत नहीं किया, क्योंकि वे समलैंगिक हैं। दोनों युवतियों की याचिका पर न्यायमूर्ति नवीन चावला की पीठ मामले को मुख्य न्यायामूर्ति के समक्ष सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया था।

दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका में दोनों युवतियों ने दलील दी कि संविधान के अनुच्छेद-21 में किसी व्यक्ति से शादी करने का अधिकार दिया गया है। यह अधिकार पूरी समलैंगिकों पर भी लागू होता है। याचिकाकर्ताओं ने अदालत से एसएमए को लैंगिक पहचान और यौन अभिविन्यास में भेद किए बिना लागू करने का आदेश देने के साथ ही उप-विभागीय मजिस्ट्रेट कालकाजी को उनकी शादी को पंजीकृत करने का निर्देश देने की मांग की है। भारतीय समाज इस तरह की शादी को मान्यता नहीं देता है। ऐसे में यह अपने आप में जटिल मामला है।

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बकरी ने दिया इंसानी बच्चे को जन्म, गाँव वालों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों से किया दफ़न https://politicsinsight.com/?p=99675 Tue, 28 Dec 2021 11:15:14 +0000 https://politicsinsight.com/?p=99675 (Pi Bureau)

यह चौंका देने वाली घटना असम के कछार जिले की धौलाई विधानसभा इलाके के गंगा नगर गांव की है. यहां एक पालतू बकरी ने इंसान जैसे दिखने वाले बच्चे को जन्म दिय…

पशुपालक ने बताया कि सोमवार को उनकी बकरी ने इंसानी शरीर जैसे बच्चे को जन्म दिया तो वे इसे देखकर चौंक उठे. पूरा चेहरा किसी शिशु की तरह ही था और बच्चे की पूंछ भी नहीं थी. खबर फैलते ही गांव के लोग इसे देखने जमा हो गए थे. यह घटना अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है.

तस्वीरों से देखा जा सकता है कि बकरी ने अविकसित जीव को जन्म दिया है और उसकी शक्त हूबहू इंसानों से मिलती जुलती दिखाई पड़ रही है. काली बकरी के पेट से भूरे रंग के शिशु समान बच्चे के पैदा होने पर गांववालों ने यह मान लिया था कि उनके किसी के पूर्वज ने जन्म लिया है. लेकिन, बच्चा ज्यादा देर जीवित नहीं रह पाया. इसके बाद गांववालों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार उसको दफनविधि की.

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