Pi Health: नहीं जानते होंगे आप करेले खाने के ये चमत्कारी लाभ, इन बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

(Pi Bureau)

आमतौर पर करेले की डिश बहुत ही कम लोगों को पसंद आती है और इसके पीछे कई वजहें भीं हैं. इसकी कड़वाहट एक सबसे बड़ी वजह है जिससे कई लोगों द्वारा इसे पसंद नहीं किया जाता, लेकिन अक्सर हम इस सब्जी के अद्भुत स्वास्थ्य लाभों को भूल जाते हैं. एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर करेला खाद सबसे स्वास्थ्यप्रद सब्जियों में से एक है.

अन्य फलों और सब्जियों की तुलना में इसमें पोषक तत्वों का स्तर लगभग दोगुना होता है. करेले का सेवन सब्जी के रूप में, अचार के रूप में या जूस के रूप में किया जाता है. करेले का नियमित सेवन करने से अनेकों लाभ मिलते हैं. करेला रस प्रचुर पोषक तत्वों का एक ऐसा स्रोत है जो कई स्वास्थ्य लाभों के कारण है.

  1. करेले के रस का एक गिलास सेवन इतना प्रभावी है कि मधुमेह रोगी डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं के अतिरिक्त अपने हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं. करेला और मधुमेह को अक्सर एक साथ जोड़ दिया जाता है, ऐसा इसलिए भी हैं क्योंकि करेले में एक विशेष प्रकार का यौगिक होता है जो इंसुलिन के समान कार्य करता है. यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज, दोनों में ब्लड शुगर लेवल को कम करता है.

 

2. करेले का जूस एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है. ये दोनों ही त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं. यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हुए मुंहासे और त्वचा की खामियों से निपटता है. इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की त्वचा की स्थितियों जैसे सोरायसिस और खुजली के इलाज के लिए भी किया जा सकता है. करेले का रस बालों की बनावट को लॉक कर देता है और डैंड्रफ, बालों के झड़ने और दोमुंहे बालों को रोकने में भी मदद करता है.

3. कम कैलोरी और फाइबर में उच्च होने के कारण करेला वजन घटाने में बेहद कारगर है. यह वसा कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकता है, जो शरीर में फैट स्टोर के लिए जिम्मेदार होते हैं. यह मेटाबॉलिज़्म को बढ़ावा देता है और इसके एंटीऑक्सिडेंट शरीर को शुद्ध करने में सहायता करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप फैट लॉस होता है.

4. करेला वायरस और बैक्टीरिया से लड़ता है और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. यह एलर्जी और अपच से बचाता है. एंटीऑक्सिडेंट बीमारी के खिलाफ शक्तिशाली रक्षा तंत्र के रूप में काम करते हैं. यह किसी भी तरह के कार्सिनोजेन्स के लिए विष की तरह कार्य करता है जो विभिन्न प्रकार के कैंसर का कारण बन सकते हैं. यह कैंसर सेल के विकास को रोकता है और ट्यूमर के विकास को काफी हद तक रोकता है.

5. करेले में शक्तिशाली सूजन-रोधी प्रभाव होते हैं. यह रक्त के प्रवाह और जमावट को नियंत्रित करता है, जिसके परिणामस्वरूप तेजी से घाव भरने और बड़े पैमाने पर संक्रमण में कमी आती है. करेले में एंटीऑक्‍सीडेंट की उच्‍च मात्रा होती है और यह दूषित रक्‍त से जुड़ी कई समस्‍याओं को दूर करने में मदद करता है.

About Bhavana