(Pi Bureau)
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर मंगलवार को अशोक मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के साथ वर्चुअल साक्षात्कार में शामिल हुए. उनकी वरिष्ठ चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति महज औपचारिकता पूरी की गई है. इससे पहले भी उन्होंने इस पद के लिए आवेदन किया था लेकिन चेतन शर्मा को यह जिम्मेदारी दी गई.
मुंबई क्रिकेट की मुख्य चयनकर्ता के तौर पर काम कर चुके अजीत के पास इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए खासा अनुभव है. ऐसा समझा जा रहा है कि बीसीसीआई नियुक्ति की औपचारिकता पूरी करना चाहता है जिसके बाद उनके नाम की घोषणा कर दी गई. अगरकर कार्यभार संभालने के बाद वेस्टइंडीज दौरे के लिए टी20 टीम का चयन करने के लिए चयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘अगरकर एकमात्र उम्मीदवार हैं जो साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए. यह वर्चुअल था क्योंकि वह इस समय पारिवारिक अवकाश पर विदेश में हैं.’’
सूत्रों के अनुसार उत्तर क्षेत्र से कोई उल्लेखनीय नाम नहीं होने के कारण अगरकर को यह जिम्मेदारी दी गई . यही कारण है कि बीसीसीआई पांच क्षेत्रों में से प्रत्येक से एक चयनकर्ता नियुक्त करने की अपनी पुरानी परंपरा को तोड़ देगा. अगरकर की नियुक्ति का मतलब होगा कि पश्चिम क्षेत्र में दो चयनकर्ता होंगे. पश्चिम क्षेत्र से सलिल अंकोला अन्य चयनकर्ता होंगे. इनके अलावा मध्य क्षेत्र से सुब्रतो बनर्जी, दक्षिण से एस शरथ और पूर्व से एसएस दास चयनकर्ता होंगे.
अगरकर ने 26 टेस्ट और चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा 191 वनडे मैच खेले हैं. वह 1999, 2003 और 2007 वनडे विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. वह 2007 विश्व टी20 विजेता भारतीय टीम में भी शामिल थे. वनडे में सबसे तेज भारत की तरफ से फिफ्टी जमाने का रिकॉर्ड अजीत के नाम ही दर्ज है.