(Pi Bureau)
धर्मांतरण रैकेट मामले में मुख्य आरोपी उमर गौतम की बेटी ने सामने आकर सफाई दी है. उमर गौतम की बेटी ने कहा कि मेरे पिता निर्दोष हैं. वह सिर्फ उन लोगों की डॉक्यूमेंटेशन में मदद करते थे जो अपना धर्म बदलना चाहते थे. उमर गौतम की बेटी ने माना कि मोटिवेशनल भाषण उनके पिता जरूर देते थे, लेकिन किसी के साथ जोर जबरदस्ती नहीं की गई. जहां तक विदेशी फंडिंग की बात है तो कुछ करीबी रिश्तेदार ज़कात का पैसा लोगों की मदद के लिए देते थे. उमर गौतम की बेटी ने इस बात को भी खारिज कर दिया कि नोएडा के मूक-बधिरों का धर्मांतरण कराया गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ ट्रांसलेटर उनको लेकर आए थे. डॉक्यूमेंटेशन एफिडेविट के लिए मदद चाहते थे. मेरे पिता ने कभी उनको कॉल नहीं किया और न ही वह उनके कांटेक्ट में थे.
उमर गौतम की बेटी ने कहा पाकिस्तान से उनके पिता को जोड़ना पूरी तरह से बेबुनियाद है. उनका कोई कनेक्शन नहीं है. मेरे पापा ईमानदार हैं. मेरे पापा लोगों को बताते थे कि इस्लाम धर्म अच्छा धर्म है. लोगों के बीच की गलतफहमी को दूर करते थे. उन्होंने कभी नहीं कहा कि हिंदू मजहब गलत है. जो लोग भी मेरे पिता से कांटेक्ट करते थे, उनमें ज्यादातर लोग शादी के लिए आते थे. उनके डॉक्यूमेंट बनते थे. वह सिर्फ मदद करते थे. जहां तक जबरदस्ती धर्मांतरण की बात है तो कभी मेरे पापा ने मेरी मां को धर्म बदलने के लिए नहीं कहा. मेरी मां ने खुद अपनी मर्जी से धर्म बदला. यहां तक कि मुझे नहीं कहा कि बुर्का पहनो. मेरे भाई को नहीं कहा कि दाढ़ी रखो. मेरे पापा ने हम सबको इंसानियत के लिए मोटिवेट किया है.
‘लोगों ने अपने मर्जी से इस्लाम कबूला
उमर गौतम की बेटी ने आगे कहा, ‘मेरे घर पर मेरे चाचा और मेरे कजिन आते हैं, लेकिन कभी उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए नहीं कहा. मेरे पापा ने हमेशा इंसानियत और करियर के बारे में बात की है. मुफ्ती जहांगीर और दूसरे लोग धर्म बदलने के लिए आने वाले लोगों को असिस्ट करते थे. मैं सौ से ज्यादा ऐसे लोगों के नाम बता सकती हूं जो कहेंगे कि उन्होंने अपनी मर्जी से इस्लाम एक्सेप्ट किया.’
बाइज्जत बरी होंगे मेरे पिता’
उमर गौतम की बेटी ने कहा कि मुझे अफसोस है कि मेरे पापा को गुंडों से जोड़ा जा रहा है. उनको सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था. हमने कहा था आपका विपुल और दूसरे लोगों के साथ कोई कनेक्शन नहीं है. उमर गौतम की बेटी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि अदालत मेरे पापा के हक में फैसला सुनाएगी और वह बाइज्जत बरी हो जाएंगे. मैं उनकी बेटी होने के नाते नहीं बोल रही, बल्कि दूसरे लोग भी यही कहेंगे कि वह एक शरीफ इंसान हैं.