एक रुपया वेतन लेने का ऐलान करने वाले आप विधायक हुए गिरफ्तार, करोड़ो की धोखाधड़ी में ईडी ने पकड़ा !!!

(Pi Bureau)

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने सोमवार को संगरूर के अमरगढ़ विधानसभा हलके से आप विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा को 41 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। गज्जनमाजरा वही विधायक हैं, जिन्होंने पंजाब की खराब वित्तीय हालत का हवाला देते हुए सिर्फ एक रुपया वेतन लेने का एलान किया था। जिस वक्त उन्हें गिरफ्तार किया गया, वह पार्टी दफ्तर में नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे थे। गिरफ्तारी के बाद उनका सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया गया।

उनके खिलाफ यह कार्रवाई सीबीआई की ओर से दर्ज मामले में की गई है। उन पर बैंक ऑफ इंडिया की लुधियाना शाखा की शिकायत पर 41 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और धन शोधन निवारण अधिनियम (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) में केस दर्ज किया गया था। पिछले साल मई 2022 में सीबीआई और सितंबर 2022 में ईडी ने उनके अमरगढ़ स्थित घर और अन्य परिसरों पर छापे भी मारे थे, जिसमें 16.57 लाख रुपये नकद मिले थे। इसके अलावा 88 विदेशी करेंसी नोट, संपत्ति के दस्तावेज, कई बैंक खाते और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए थे।

सीबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया, लुधियाना शाखा की शिकायत पर गज्जनमाजरा, मालेरकोटला के गौंसपुरा में स्थित तारा कॉर्पोरेशन लिमिटेड (मलोध एग्रो लिमिटेड का बदला हुआ नाम) और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। 2022 में अपने चुनावी हलफनामे में गज्जनमाजरा ने 19 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और शून्य देनदारी घोषित की थी। विधायक गज्जनमाजरा कृषि क्षेत्र के निवेशक के अलावा रियल एस्टेट, शिक्षा, आतिथ्य, बीज और चारा उद्योग से जुड़े बड़े कारोबारी भी हैं।

बैंकों से ऋण लिया लेकिन दूसरी जगह किया इस्तेमाल

ईडी ने पिछले साल सितंबर में संगरूर में तारा हवेली, तारा कॉन्वेंट स्कूल, तारा गोल्डन होम्स और मालेरकोटला में तारा फीड इंडस्ट्री के परिसरों पर दबिश दी थी। सूत्रों से पता चला है कि तारा कॉर्पोरेशन लिमिटेड इन सभी व्यावसायिक उपक्रमों की मूल कंपनी है और इसका स्वामित्व गज्जनमाजरा, उनके भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों के पास है। उनके परिवार के सदस्यों ने 2011 और 2014 के बीच कई ऋण लिए थे लेकिन ईडी और सीबीआई की जांच के अनुसार, ऋण का उपयोग उस उद्देश्य के लिए नहीं किया गया था, जिसके लिए बैंक से पैसा लिया गया था। जिस समय ऋण लिया गया था, उस समय गज्जनमाजरा कंपनियों के निदेशकों में से एक थे।

फर्म ने अपने निदेशकों के माध्यम से अपने स्टॉक को छिपाया और गलत इरादे से ऋणों में हेरफेर किया। इससे बैंक को करीब 40.92 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। गज्जनमाजरा को जालंधर के ईडी कार्यालय लाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले ही ईडी ने मोहाली से आप विधायक कुलवंत सिंह के यहां दबिश दी थी। एक सप्ताह बाद ईडी ने पंजाब में आप विधायक को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब आम आदमी पार्टी ईडी की कार्रवाई को लेकर हल्ला मचा रही है।

वर्करों ने टीम से की हाथापाई

सूत्रों के अनुसार ईडी टीम के दो अधिकारी सादे कपड़ों में गज्जनमाजरा के पीए के पास पहुंचे और उनको बताया कि लुधियाना से विधायक कुलवंत सिंह ने उनको विधायक के साथ बैठक के लिए भेजा है। इस तरह वह दफ्तर में दाखिल हो गए। फिर टीम के चार और सदस्य आए और गज्जनमाजरा को अकेले बात करने के लिए मना लिया। इस दौरान पार्टी वर्करों को शक हुआ तो उन्होंने टीम के साथ हाथापाई भी की।

मजीठिया बोले- सारे फड़े जाणगे…सारे फड़े जाणगे

आप विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा की गिरफ्तारी पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी चुटकी ली। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अपने आप को कट्टर ईमानदार बताने वाली पार्टी का एक और विकेट गिरा। अमरगढ़ के आप विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। चिंता नहीं लाला जी केजरीवाल साहिब नंबर आपका भी लगना है, पंजाब वालों की भी तैयारी है। आखिर में उन्होंने पंजाबी गाने सारे फड़े जाणगे…सारे फड़े जाणगे… के बोल लिखकर अपनी बात को विराम दिया।

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