बैंक ऑफ बड़ौदा की कानपुर, अनवरगंज चमड़ा मंडी शाखा से कारोबारी ने 90 लाख की धोखाधड़ी की है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कारोबारी व उसकी पत्नी समेत तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
बैंक के शाखा प्रबंधक सुशील टोपनो ने बताया कि मेसर्स मुमताज ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर मुमताज अहमद सिद्दीकी का 19 जनवरी 2005 से खाता चल रहा है। मुमताज ने 2007 में कारोबार के लिए 5 लाख रुपये ऋण का आवेदन किया था। गारंटर के रूप में फहीमाबाद निवासी मित्ताउल अनवर और महबूब मार्केट, इफ्तिखाराबाद निवासी अब्दुल कुद्दूस की प्रॉपर्टी दिखाई। इस पर बैंक ने मुमताज का 4,60 लाख रुपये ऋण स्वीकृत किया था।
उसने 60 लाख रुपये और ऋण लिया था
लोन नहीं चुकाने पर खाता एनपीए घोषित
14 दिसंबर 2007 को मुमताज ने अपने ऋण की लिमिट बढ़वा कर 9,90 लाख करा ली थी। 24 जून 2008 को उसने 60 लाख रुपये और ऋण लिया। इसमें उसने पत्नी मुसर्रत सिद्दीकी को गारंटर बनाया। इसके बाद बैंक खाते का संचालन बंद कर दिया गया। इस पर बैंक ने आरबीआई के निर्देश पर मुमताज का बैंक खाता एनपीए घोषित कर दिया।
इसके बाद बैंक की ओर से ऋण रिकवरी के लिए कई नोटिस भेजी गईं। इस बीच ऋण की रकम ब्याज को मिलाक र एक करोड़ 29 लाख 38 हजार हो गई। इसके बाद बैंक ने 2012 में डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) में वाद दाखिल किया। डीआरटी ने 26 फरवरी 2014 को बैंक के पक्ष में निर्णय दिया। इसके बाद बैंक ने कार्रवाई करते हुए रायपुरवा स्थित एल्डिको गार्डन इस्टेट स्थित अपार्टमेंट की ई-नीलामी करके 38 लाख 40 हजार रुपये की वसूली कर ली। शेष का भुगतान आज तक नहीं हो सका है।
बताया गया कि मुमताज, उसकी पत्नी मुसर्रत और अब्दुल कुद्दूस व अन्य ने बैंक से कुल 90 लाख 80 हजार 14 रुपये की धोखाधड़ी की। थाना प्रभारी के मुताबिक मामले की जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।