दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज लोगों के लिए काल बन गया है। 24 घंटे के भीतर हुए दो हादसों में तीन लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार सुबह हुए हादसे में दो बाइक सवारों में से एक की जान चली गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
पुलिस ने बताया कि सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर तिमारपुर पुलिस स्टेशन के पीसीआर पर एक फोन आया जिसमें बताया गया कि सिग्नेचर ब्रिज पर दुर्घटना हो गई है। गौरतलब है कि दो मोटरसाइकिल सवार दो युवक नांगलोई से भजनपुरा की ओर जा रहे थे।
गाजियाबाद निवासी शंकर बाइक चला रहा था और उसका दूर का भाई दीपक पीछे बैठा था। उनकी बाइक सिग्नेचर ब्रिज पर पहुंचकर हादसे का शिकार हो गई जिसमें दोनों घायल हो गए। दोनों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां शंकर को मृत घोषित कर दिया गया।
जबकि दीपक के घुटनों में गहरी चोट आई है। उसने बताया कि उनकी बाइक अचानक फिसल गई और इसी वजह से शंकर ने जो हेलमेट पहना था वह दूर जा गिरा। हेलमेट निकलने के कारण जब शंकर गिरा तो उसका सिर डिवाइडर से टकरा गया जो उसके मौत की प्रमुख वजह माना जा रहा है। शंकर बिग बाजार में सेल्समैन का काम करता था और अविवाहित था। उसकी मौत के बाद पूरे परिवार में शोक की लहर छा गई है।
लगातार दो दिनों में दो हादसों के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस पर चिंता जताई है और सिग्नेचर ब्रिज को लेकर युवाओं को कुछ हिदायत भी दी है। उन्होंने ट्वीट किया, “सिग्नेचर ब्रिज पर हो रहे हादसों से मैं बेहद चिंतित हूँ। सिग्नेचर ब्रिज दिल्ली की शान है। मेरी सभी लोगों से अपील है, ख़ासकर युवाओं से, कि सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फ़ी लेते वक़्त सावधानी बरतें, और तेज़ गति से वाहन ना चलायें। आपकी ज़िन्दगी देश के लिए और आपके परिवार के लिए बेहद क़ीमती है।”
लापरवाही दे रही सिग्नेचर ब्रिज पर हादसों को न्योता
सिग्नेचर ब्रिज पर हुए हादसे के बाद पुल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि सिग्नेचर ब्रिज की डिजाइन में कोई खामी नहीं है। लेकिन दैनिक यात्री पुल के दोनों किनारों के गैप पर सवाल उठा रहे हैं। इन्हीं गैप की वजह से शुक्रवार का हादसा हुआ।
सिग्नेचर ब्रिज हादसे को विशेषज्ञ लापरवाही करार दे रहे हैं। आईएसपीसी के पवन गुप्ता का कहना है कि सिग्नेचर ब्रिज का डिजाइन भारतीय सड़क कांग्रेस ने मंजूर किया है। इसके निर्माण पर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भी नजर रही है।
डिजाइन की जगह वाहन चालकों की लापरवाही हादसे के लिए जिम्मेदार हो सकती है। सुबह के वक्त सड़क खाली रहने से वाहनों की रफ्तार ज्यादा होती है। सिग्नेचर ब्रिज सेल्फी प्वाइंट भी बन गया है। ऐसी हालत में ट्रैफिक पुलिस व डीटीटीडीसी को ज्यादा से ज्यादा साइनेज बोर्ड लगाने चाहिए। वहीं, मुख्य कैरिज वे पर गाड़ियां पार्क नहीं होने देनी चाहिए।
वाहन चालकों की लापरवाही बताते हुए ट्रांसपोर्ट एक्सपर्ट एसपी सिंह ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस को कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी। खास नजर अधिक गति से वाहन दौड़ने वालों पर रहे। वहीं, मुख्य कैरिज वे और फुटपाथ से हटकर दूर कहीं सेल्फी प्वाइंट्स बनाने की जरूरत है। किसी भी हालत में लोगों को पुल पर रुकने नहीं देना चाहिए।
गलत दिशा में भी निकलते हैं चालक
खजूरी चौक फ्लाईओवर से उतरते ही सिग्नेचर ब्रिज का हिस्सा शुरू हो जाता है। ट्रैफिक पुलिस वाहनों के दबाव के हिसाब से ट्रैफिक प्लान में बदलाव कर रही है। पिछले दिनों मुख्य सड़क से वजीराबाद के पुराने पुल की तरफ जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है। इससे वजीराबाद, सोनिया विहार की तरफ जाने वाले लोग गलत दिशा से निकलने लगे हैं। पीक ऑवर्स में इस तरह की आवाजाही से हादसों की आशंका बनी रहती है।
फुटपाथ का गैप हो बंद
सिग्नेचर ब्रिज पर दोनों तरफ की फुटपाथ पर बीच-बीच में अभी भी गैप है। वहीं, सड़क व फुटपाथ का डिवाइडर भी ज्यादा ऊंचाई पर नहीं है। पुल से निकलने वाले यात्रियों का कहना है कि सिग्नेचर ब्रिज पर वाहनों की रफ्तार तेज रहती है। लेकिन सुरक्षा मानक पूरे नहीं किए गए हैं। मजनूं का टीला व बुराड़ी के ट्रैफिक डिवाडिंग प्वाइंट पर हमेशा दिक्कत बनी रहती है। कई बार एकदम बायीं लेन में चल रहा ट्रैफिक बुराड़ी की तरफ निकलने लगता है। इससे मजनूं का टीला की तरफ जाने वाले लूप पर मुड़ रहे ट्रैफिक के टकराने की आशंका बनी रहती है। ट्रैफिक एक्सपर्ट एसआर महेश्वरी ने बताया कि पुल पर जरूरी सुरक्षा इंतजाम डीटीटीडीसी व ट्रैफिक पुलिस को पूरे करने चाहिए।
डीटीटीडीसी ने लिखा ट्रैफिक पुलिस को पत्र
सेल्फी प्वाइंट बन रहे सिग्नेचर ब्रिज पर दुर्घटना होने की आशंका बढ़ने के खतरे को देखते हुए दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने एक सप्ताह पहले दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखा था। जिसमें पुलिस से कहा गया था कि वह सुरक्षा के जरूरी इंतजाम करे। इससे पहले डीटीटीडीसी को शिकायत मिली थी कि सिग्नेचर ब्रिज देखने आने वाले लोग खतरनाक तरीके से सेल्फी लेते हैं। इसके बाद पुलिस को डीटीटीडीसी ने पत्र लिखा था।
दिल्ली सरकार ने दे रखे हैं सेल्फी प्वाइंट बनाने के निर्देश
दिल्ली सरकार ने निर्देश दिया है कि वह सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फी प्वाइंट बनाए। इस बारे में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 15 नवंबर को अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज परीदा को पत्र लिखा था। इसमें कहा गया था कि सिग्नेचर ब्रिज पर सुरक्षित सेल्फी प्वाइंट बनाया जाए। साथ ही ब्रिज के नजदीक चिल्ड्रेन पार्क, हार्टिकल्चर पार्क और पार्किंग क्षेत्र भी विकसित करना है।
सिग्नेचर ब्रिज पर शुक्रवार सुबह हुए हादसे में बाइक सवार मेडिकल के दो छात्रों की मौत हो गई थी। मृतक विजय शंकरन बाड़ा हिंदूराव अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहा था। उसका साथी चंद्रशेखर उसी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दूसरे वर्ष का छात्र था।
जांच में पता चला है कि बाइक ब्रिज पर लगी स्ट्रीट लाइट से निकले तार में फंस गई और बेकाबू होकर रेलिंग से टकरा गई। इससे दोनों छात्र पुल से 30 फुट नीचे जा गिरे। सुबह करीब 8.45 बजे पुलिस को सूचना मिली कि बाइक सवार दो युवक सिग्नेचर ब्रिज से नीचे गिर गए हैं।
घायलों को सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बाइक के नंबर से एक युवक की पहचान रांची (झारखंड) के डॉ. सत्या विजय शंकरन (23) के रूप में की। वह कॉलेज के हॉस्टल में रहता था।
पुलिस को उसके रूम पार्टनर रविंद्र से पता चला कि दूसरा मृतक देवली खानपुर (दिल्ली) का चंद्रशेखर शर्मा (20) था। शुरुआती जांच में पुलिस ने युवकों के स्टंट करने और सेल्फी लेने की संभावना से इनकार किया है। हाल में आम लोगों के लिए खोले गए इस पुल पर यह पहला हादसा था।
सिग्नेचर ब्रिज पर हो रहे हादसों से मैं बेहद चिंतित हूँ।सिग्नेचर ब्रिज दिल्ली की शान है। मेरी सभी लोगों से अपील है, ख़ासकर युवाओं से, कि सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फ़ी लेते वक़्त सावधानी बरतें, और तेज़ गति से वाहन ना चलायें। आपकी ज़िन्दगी देश के लिए और आपके परिवार के लिए बेहद क़ीमती है
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 24, 2018