(Pi Bureau)
लखनऊ : सूबे में सत्ता बदलते ही और मौजूदा निजाम के मिजाज को भांपते ही एलडीए की भ्रष्ट अफसरशाही में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है. मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों 22 तारिख को सचिवालय का दौरा दिया जहाँ उन्होंने पान की पीके, गुटखा, गंदगी अव्यवस्था को देखते हुये अधिकारियो को कड़ी फटकार लगायी और तत्काल सभी सरकारी विभागों में पान- गुटखा और पालीथीन पर प्रतिबन्ध लगा दिया और नियमित साफ़ सफाई का इंतज़ाम करने को कहा. इसके साथ साथ योगी ने सचिवालय के कई भ्रष्ट अधिकारियो की फाइल भी तलब की, साथ ही साथ यह आदेश भी दिया कि 5 करोड़ से ज्यादा के भुगतान वाली पहले सीधे मुख्यमंत्री आवास भेजी जाये. उनके सख्त तेवरों को देखते हुये सचिवालय की अफसरशाही में अफरातफरी मची हुयी है.
इन्ही तेवरों के चलते एलडीए की भी भ्रष्ट बाबु- अफसर गठजोड़ बेहद चिंतित और बदहवास नज़र आ रहा है. एलडीए से जुड़े सूत्रों की माने तो बड़े पैमाने पर घोटाले वाली फाइलों को गायब करे जाने का काम शुरू हो चूका है.
एलडीए के उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह पर पहले से ही घोटालो के कई आरोप लग चुके है पर सत्ता के करीबी होने के नाते उनपर कोई कार्यवाही नहीं हुयी.और जब उनकी नाक के नीचे उनके ही मातहत घोटालो की फाइले गायब करने में लगे हो तो उन का संदेह के घेरे में आना लाज़िमी है. सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री के शपथ लेने के पहले ही लगभग 2500 फाइले गायब हो चुकी है. उधर चीफ इंजीनियर कार्यालय से भी फाइले गायब हो रही है.
बताते चले एलडीए वीसी सत्येन्द्र सिंह पहले ही करोडो के टेंडर गमे से सूबे में हलचल चुके थे.
बताते है करोडो के टेंडर खेल में एलडीए वीसी सत्येन्द्र सिंह अब फंसते दिख रहे है. उनपर यह भी आरोप लगता रहता ही कि अपने रसूख और सत्ता से करीबी के चलते ही उन्होंने वीसी पद हथियाया था.
टेंडर जो सवालो के घेरे में है-
- जनेश्वर मिश्र पार्क में सांपो को पकड़ने का टेंडर- 8 करोड़ का
- डायल 100 की सडको की सफाई का टेंडर- 20 लाख का
- डीएम कैम्प ऑफिस को चमकाने का टेंडर- 20 लाख का
- शहर में दो जगह होर्डिंग लगवाने का टेंडर – 43 लाख का
- कब्रिस्तान की बाउंड्री वाल बनाने का टेंडर – 24 लाख का