(Pi Bureau)
ओवैसी की पार्टी अॉल इण्डिया मजलिसे इत्तेहाद मुस्लेमीन के प्रदेश महासचिव सैयद रफ़त ने शुक्रवार को बड़ा बयान दे कर सियासी पारा चढ़ाने का पूरा प्रयास किया । पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए रफ़त ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस पर खेद व्यक्त किया जाये और घटना में अभियुक्त बनायें गये सभी व्यक्तियों द्वारा मुसलमानों से माफ़ी मांगी जाये । आईआईएमआईएम के प्रदेश महासचिव ने सुप्रीमकोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि देश सदैव सर्वधर्म सम्भाव के रास्ते पर चला है पर बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हिन्दु मुसलमान के बीच खाई गहराती गयी है ।
> अयोध्या मामले का तीन सूत्रीय हल पेश करते हुए सैयद रफ़त ने कहा कि पीएम मोदी बाबरी मस्जिद विध्वंस पर खेद व्यक्त करे और इस मामले में अभियुक्त बनायें गये लोग मुसलमानों से माफ़ी मांगे । दूसरे कि प्रधानमंत्री मोदी इस बात का आश्वासन दे कि रामजन्म भूमि – बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के बाद किसी अन्य धार्मिक स्थल या इमारत को लेकर विवाद उत्पन्न नहीं किया जायेगा । तीसरे कि, यूपी सरकार अयोध्या में विवादित 72 एकड़ भूमि अयोध्या में ही किसी स्थान पर मुस्लिम वक्फ बोर्ड को आवंटित करे, जहॉ भव्य मस्जिद का निर्माण करवाया जा सके ।
> रफ़त ने त्रीसूत्तीय फार्मूला देते हुए कहा कि यदि केन्द्र और यूपी की बीजेपी सरकार ने उनकें फार्मूले पर अमल किया तो तीन महीने के अन्दर 10 लाख मुसलमान और धर्मगुरु सहमति पत्र सरकार को सौंप देंगें ।