खराब मौसम के चलते तेरह दिनों तक मार्ग में फंसे 11वें दल के कैलास यात्रियों के वीजा की अवधि समाप्त हो गई है। यात्रियों का नए सिरे से दिल्ली से वीजा तैयार किया जा रहा है। यात्रियों का वीजा पिथौरागढ़ पहुंचेगा। इसके बाद ही दल तिब्बत चीन में प्रवेश करेगा।
कैलास मानसरोवर यात्रा के 11वां दल और दसवें दल के 19 यात्री खराब मौसम के चलते भीमताल से लेकर पिथौरागढ़ तक लगभग 12 दिनों तक फंसे रहे। जितनी अवधि में यात्री फंसे रहे उस अवधि में दल कैलास मानसरोवर की परिक्रमा पूरी कर भारत लौट आता। दसवें दल के 25 यात्री पूर्व में मौसम खुलने से गुंजी पहुंचा दिए गए थे। 24 यात्री पिथौरागढ़ में ही फंसे रहे। अत्यधिक विलंब होने से पांच यात्री यात्रा बीच में छोड़ कर चले गए। ऐसे में दल के 19 यात्री 11वें दल में सम्मिलित किए गए। 11वें दल के 41 और 10वें दल के 19 यानी कुल 60 यात्रियों को बुधवार को मौसम खुलने पर हैलीकॉप्टर से गुंजी तक पहुंचाया गया था। यात्रियों के लिए बनने वाले 15 दिन के वीजा की अवधि समाप्त होने से 60 यात्री गुंजी में ही ठहराए गए हैं। नोडल अधिकारी दिनेश गुरु रानी ने बताया कि दल के यात्रियों का नए सिरे से वीजा बन रहा है। वीजा कागजात लाने के लिए केएमवीएन कर्मी दिल्ली गए हैं।
चार दल हैं यात्रा मार्ग में
12वां दल गुंजी से रवाना होकर कालापानी पहुंच चुका है। 10वें दल के 25 यात्री तिब्बत में जुंजीपू में हैं। 13वां दल पिथौरागढ़ पहुंच गया है। इस दल में 12 महिला यात्री और 43 पुरु ष यात्री शामिल हैं। 14वां दल अल्मोड़ा में है।