सात अगस्त को लापता हुए डेरा बाबा नानक के गांव पड्डा के कुलजीत सिंह का शव शुक्रवार देर रात थाना घन्नियां के बांगर के अधीन आते गांव खोखर के खेतों में मिला। शनिवार को तहसीलदार मनजीत सिंह और पंजाब पुलिस के अधिकारियों की मौजूदगी में शव को गांव खोखर के खेतों से मिट्टी खोदकर बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पहले बटाला के सिविल अस्पताल भेजा और बाद पोस्टमार्टम के लिए अमृतसर रेफर कर दिया गया।
पुलिस द्वारा की गई प्राथमिक जांच में पता चला है कि कुलजीत सिंह की हत्या उसके जीजा गुरप्रीत सिंह निवासी खोखर ने ही की थी और फिर उसका शव अपने खेतों में दबा दिया था। गुरप्रीत सिंह अपने ससुराल से अपनी पत्नी की हिस्से की प्रापर्टी हड़पना चाहता था, इसलिए उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। वहीं आरोपी अपने ससुराल वालों के साथ मिल कर अपने साले को ढूंढने नाटक भी करता रहा, लेकिन जब ससुराल वालों और पत्नी ने दबाव डाला तो उसने जुर्म मान लिया। थाना घन्नियां के बांगर में आरोपी गुरप्रीत सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी अभी फरार है।
पत्नी ने मांगा भाई के कत्ल का इंसाफ
मृतक की बहन कुलबीर कौर ने बताया कि उसके पति के मन में खोट था, जिस कारण उसने उसके भाई का कत्ल किया है। कुलबीर कौर ने बताया कि जब उसके पति गुरप्रीत को पता चला कि कॉल डिटेल आदि से सभी शक उसी पर पड़ रहे हैं तब जाकर उसने उसे बताया कि उसने कुलजीत को मार दिया है। कुलबीर ने बताया कि उसे अपने भाई के कत्ल का इंसाफ चाहिए।
पुलिस थाना घनीए-के-बांगर के एसएचओ मुखतार सिंह ने बताया कि मृतक के पिता ने उन्हें बयान दिए हैं कि उनका दामाद गुरप्रीत सिंह अपनी पत्नी की जायदाद के लिए अकसर उन्हें तंग करता था। गुरप्रीत सिंह को उनकी जमीन का लालच था। इसलिए उसने उनके बेटे का कत्ल कर दिया। एसएचओ ने बताया कि आरोपी गुरप्रीत के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।
एसएचओ ने बताया कि शव को देखकर लगता है कि किसी तेज चाकू से मारा गया है। उन्होंने बताया कि शव को अमृतसर के गुरु नानक कॉलेज में भेजा गया है, वहां पर फोरेंसिक टीम की ओर से पोस्टमार्टम किया जाएगा। एसएचओ ने बताया कि कुलजीत सिंह के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई गई तो उसमें बहुत सी कॉल उसके जीजा गुरप्रीत की थी। इससे पुलिस को उस पर शक हुआ।