देहरदून : उत्तरकाशी में बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या मामले का उत्तराखंड हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले में मंगलवार को हाई कोर्ट की खंडपीठ सुनवाई करेगी। कार्यवाहक चीफ जस्टिस राजीव शर्मा व जस्टिस मनोज तिवाड़ी की खंडपीठ ने स्वत: संज्ञान के इस मामले को सुनेगी। अब पुलिस प्रशासन में इसे लेकर खलबली मची है। वहीं, देहरादून समेत अन्य जिलों में इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं, मामले में आरोपित पुलिस की गिरफ्त में चढ़ चुका है।
दुष्कर्म कर हत्या किये जाने के मामले में आरोपित पुलिस की गिरफ्त में चढ़ चुका है। युवक के पास से पुलिस ने खून के धब्बे वाले कपड़े, जूते भी कब्जे में ले लिए हैं। जो अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था, उन्हें छोड़ दिया है। पुलिस के अनुसार खच्चर चलाने वाले बंटी लाल निवासी दीन गांव लंबगांव टिहरी गढ़वाल ने जुर्म को कबूल लिया है। इस घटना का विधिवत खुलासा पुलिस आज करेगी। आरोपित ने मृतका की बड़ी बहन को उठाने के लिए चेतावनी दी थी। जिस कारण बड़ी बहन घटना की रात को अपने मामा के घर चली गई थी।
दुष्कर्म व हत्या पर आक्रोश
मैत्री संगठन व उत्तराखंड महिला मंच ने उत्तरकाशी में किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या मामले की निंदा करते हुए आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही उत्तराखंड में संदिग्धों की बढ़ती आवक के बाद भी शासन-प्रशासन व पुलिस द्वारा इस संवेदनशील मामले में हीलाहवाली पर आक्रोश प्रकट किया। सोमवार को महिला संगठनों की बैठक में कहा गया कि सरकारों के ढुलमुल रवैये की वजह से महिलाओं व बच्चियों के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटनाएं हो रही हैं।
महिलाएं व बच्चियां घर, शेल्टर होम कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। इसमें विमला असवाल, कौशल्या साह, सत्या मिश्रा, विजय खुल्बे, दीपा शर्मा, डॉ शीला रजवार, कुसुम रावत व पुष्पलता परमार आदि मौजूद थे। इधर, पूर्व दर्जा मंत्री शांति मेहरा, राज्य आंदोलनकारी मुन्नी तिवारी, समाजसेवी डॉ. सरस्वती खेतवाल, वुमेन कांफ्रेंस की तारा बोरा आदि ने उत्तरकाशी की घटना की निंदा करते हुए इस तरह की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने की मांग सरकार से की है।
युवक ने बड़ी बहन को उठाने की दी थी धमकी
डुंडा तहसील क्षेत्र में किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना में आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। लेकिन, इस घटना का शिकार हुई किशोरी की बड़ी बहन ने नया खुलासा किया है, जिसके आधार पर पुलिस ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है। पुलिस ने संदिग्ध युवक को सोमवार की सुबह हिरासत में भी ले लिया है।
मृत किशोरी की 16 वर्षीय बड़ी बहन ने कहा कि उनके निकटवर्ती गांव के प्रधान के खच्चरों को चलाने वाला युवक काफी समय से उनके घर आता जाता था। लंबगांव क्षेत्र का रहने वाला संबंधित युवक ने उसे एक मोबाइल भी दिया था, जिससे वह उस मोबाइल नंबर पर फोन भी करता था। कई बार वह युवक उसके घर शराब पीकर आया। कई बार वह देर रात को भी आया। परिवार के अन्य सदस्यों से भी उसकी जान-पहचान थी। कई साल से वह युवक उनके गांव में खच्चरों को चलाता था। 16 अगस्त को युवक ने उसे फोन किया था, जिसमें युवक ने उसे धमकी देकर कहा था कि वह उसके साथ घर से भागकर आ जाए, नहीं तो वह 17 अगस्त को संक्रांति के दिन उसे घर से उठा लेगा। नाबालिग का आरोप है कि जब उसने युवक की शिकायत अपने ताऊ से करने की बात कही, तो युवक ने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली थी। डर के कारण वह 17 अगस्त की शाम को मामा के घर चली गई थी तथा फोन को घर पर ही छोड़ दिया था। 18 अगस्त की सुबह को उसे अपनी छोटी बहन के साथ हुई घटना का पता चला। वहीं, पुलिस ने पीड़ित परिवार के निकटवर्ती गांव के प्रधान के घर से खच्चर चलाने वाले युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। पुलिस ने प्रधान तथा प्रधान के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके खच्चरों के साथ युवक पिछले डेढ़ माह से काम कर रहा था।
गंगोत्री बाजार बंद, आधा दिन पूजा का किया बहिष्कार
डुंडा तहसील क्षेत्र में किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना पर गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित और व्यापारियों ने भी आक्रोश जताया है। सोमवार सुबह से दोपहर एक बजे तक तीर्थ पुरोहितों ने गंगा घाटों पर पूजा का बहिष्कार किया। इसके साथ ही व्यापारियों ने भी दोपहर तक अपनी दुकानें बंद रखी तथा किशोरी को श्रद्धांजलि दी।
रविवार की शाम को गंगोत्री धाम में व्यापारियों, तीर्थ पुरोहितों तथा रामकथा को सुनने आए श्रद्धालुओं ने गंगोत्री बाजार में कैंडल मार्च निकाला, जबकि सोमवार सुबह से दोपहर तक गंगोत्री बाजार को पूरी तरह बंद रखा। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने गंगा घाटों पर होने वाली पूजा का भी बहिष्कार किया। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने मृतक किशोरी को श्रद्धांजलि दी तथा प्रशासन से मांग की कि इस घटना का जल्द पर्दाफाश किया जाए।
उत्तरकाशी प्रकरण को लेकर देहरादून में आक्रोश
उत्तरकाशी प्रकरण को लेकर देहरादून में सोमवार को कई संगठनों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से बेटी के दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की। साथ ही बाहरी लोगों के सत्यापन की मांग करते हुए डीएम के जरिये सीएम को ज्ञापन भी भेजा। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने राज्य में महिलाओं व बेटियों के साथ बढ़ रही घटनाओं के विरोध में डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर एडीएम अरविंद पांडे को ज्ञापन सौंपा।
साथ ही राज्य में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की मांग की। मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों, इसके लिए सरकार कड़े कानून बनाकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे। वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने उत्तरकाशी और एनआइवीएच की घटना पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। इसी क्रम में अखिल भारतीय हिंदू क्रांति दल ने गांधी पार्क में प्रदर्शन किया। साथ ही दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की मांग की है।
बहुजन समाज पार्टी ने उत्तरकाशी प्रकरण की घोर निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा। वहीं, राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी ने भी उत्तरकाशी प्रकरण की कड़ी निंदा की है। पार्टी अध्यक्ष नवनीत गुसाईं ने प्रशासन से राज्य में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की मांग की है।
कांग्रेस ने दिया सात दिन का अल्टीमेटम
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उत्तरकाशी में नाबालिग के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में सरकार पर हमला बोला है। साथ ही मामले के खुलासे और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। पार्टी ने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में राज्य के बाहर से आने वाले लोगों के चरित्र सत्यापन करने की मांग सरकार से की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखकर सात दिन में उक्त मामले का खुलासा नहीं होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
मंगलवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शाम को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। 1बीते रोज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरकाशी जिले के डुंडा ब्लॉक पहुंचकर पीड़ित परिवार के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। उत्तरकाशी से लौटकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लिखे पत्र में कहा कि उक्त मामले में आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में हो रही ऐसी घटनाओं से प्रदेश की जनता चिंतित है। सरकारी मशीनरी अपराधों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। उत्तरकाशी की घटना का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। इससे देवभूमि शर्मसार हुई है। परिवार को न्याय दिलाने को कांग्रेस कोर कसर नहीं छोड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सरकार को मामले का खुलासा करने के लिए सात दिन की मोहलत दी है। इसके बाद सड़कों पर उतरकर प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
प्रीतम सिंह ने कहा कि मंगलवार को राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। ज्ञापन में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग पर राजभवन से सरकार को निर्देश देने की मांग की जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग सरकार से की। मंगलवार शाम को पार्टी उक्त घटना के विरोध और पीड़ित परिवार को जल्द न्याय दिलाने को कैंडल मार्च निकालेगी।