प्रधानमंत्री इमरान खान को एक महीने के अंदर तगड़ा झटका तब लगा जब उनकी सरकार के संसदीय कार्य सलाहकार बाबर अवान ने अपने ऊपर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होने के बाद मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इमरान खान की सरकार के लिए पहला झटका है.
अपना पद छोड़ते हुए अवान ने ट्वीट किया, ‘संसदीय कार्य मंत्रालय से अपना इस्तीफा सौंपने के लिए प्रधानमंत्री आवास गया था. कानून का शासन मुझसे शुरू होता है. आपको धन्यवाद दिया.’
प्रधानमंत्री इमरान के करीबी के इस्तीफे के महज कुछ घंटे पहले राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने इस्लामाबाद में जवाबदेही अदालत में नंदीपुर परियोजना में देरी को लेकर अवान के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार को इस मामले में अवान से तीन घंटे के लिए पूछताछ भी की गई थी. केंद्र में 2008-2013 के दौरान पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की अगुवाई वाली शासन के दौरान इस परियोजना में देरी हुई थी और तब अवान कानून और न्याय मंत्री थे.
इस इस्तीफे से कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया था कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार मिटाने के लिए दृढ़ संकल्प है और इसके लिए शासन प्रणाली की शैली को बदला जाएगा. ऐसे उपाए तलाशे जाएंगे, जिससे भ्रष्टाचार कम होता जाए.