अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी मित्र देश सऊदी अरब के खिलाफ बेहद ही अटपटी टिप्पणी की है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सेना की मदद के बिना किंग सलमान अपनी कुर्सी पर दो हफ्ते भी नहीं टिक पाएंगे। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि वह खुद ये चेतावनी किंग सलमान को दे चुके हैं।
ट्रंप ने भले ही सऊदी अरब के खिलाफ ऐसी तीखी टिप्पणी की हो, लेकिन यही देश ईरान के खिलाफ इस्तेमाल के लिए ट्रंप की सूची में सबसे ऊपर है। करीबी होने के कारण ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी सबसे पहली विदेश यात्रा सऊदी अरब की ही की थी। सऊदी की सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक अभी हाल ही में शनिवार को ही ट्रंप ने किंग सलमान को फोन कर तेल बाजार की स्थिरता और वैश्विक आर्थिक विकास पर बातचीत की थी।
तेल की ऊंची कीमतों पर ओपेक की आलोचना करते रहे हैं ट्रंप
बता दें कि सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक है और तेल निर्यातक संगठन ओपेक के सदस्य देशों में सबसे ऊंचा स्थान रखता है। जबकि ट्रंप ओपेक के ऊंची कीमतों पर तेल बेचने की आलोचना करते रहे हैं। हाल ही में खत्म हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप ने कहा था कि ओपेक के सदस्य देश बाकी देशों को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा था कि हम इनमें से कई देशों की रक्षा करते हैं लेकिन बदले में कुछ नहीं मिलता। ये देश हमें ऊंची कीमतों पर तेल बेचते हैं। हम चाहते हैं कि वो कीमतें कम करें।