मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक की पत्नी रोसमा मंसूर पर गुरुवार को अरबों डॉलर के घोटाले के सिलसिले में धन शोधन के आरोप लगाए गए. इस घोटाले की वजह से रज्जाक की पिछली सरकार गिर गई थी. अदालत परिसर में 66 वर्षीय रोसमा ने धनशोधन के 17 आरोपों में अपना गुनाह नहीं कबूला. उसी अदालत परिसर में उनके पति नजीब रज्जाक भी राज्य निधि की कथित लूट के मामले में अलग से एक अदालत में पेश हुए.
रोसमा को बाद में 20 लाख रिंगित (483,365 अमेरिकी डॉलर) के मुचलके पर जमानत दे दी गयी और उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करने का आदेश दिया गया. उन्हें किसी भी गवाह से संपर्क करने से भी रोक दिया गया. आरोप साबित होने पर रोसमा को अपना शेष जीवन जेल में बिताना पड़ सकता है.
बुधवार को हुई थी गिरफ्तारी
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी रोसमा मंसूर को अरबों डॉलर के घोटाले के सिलसिले में भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. बता दें कि इस घोटाले की वजह से पिछली सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था.अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह द्वारा 1एमडीबी के राज्य कोष की कथित जांच में उनके पति और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक घेरे में आए हैं और उन पर भ्रष्टाचार एवं धनशोधन समेत दो दर्जन से ज्यादा आरोप लगे हैं.वह जमानत पर हैं.
मई में हुए चुनाव में प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की अगुवाई वाले सुधारवादी गठबंधन के हाथों रज्जाक को शिकस्त का सामना करना पड़ा था.मंसूर के वकील के. कुमारेंद्रन ने एएफपी को बताया, ‘‘ रोसमा मंसूर को गिरफ्तार कर लिया गया है.’’ उन्हें गिरफ्तार करने से पहले बुधवार को मलेशियाई भ्रष्टाचार रोधी आयोग (एमएसीसी) ने उनसे घंटों लंबी पूछताछ की थी.
एमएसीसी ने एक बयान में कहा कि उसने राज्य अभियोजक से मंजूरी लेने के बाद धनशोधन से संबंधित मामले में 66 वर्षीय मंसूर को गिरफ्तार कर लिया है.इसने कहा कि इसके बाद मंसूर को कई आरोपों का सामना करना पड़ेगा.