राजधानी दिल्ली में आनंद विहार के पास फ्लाईओवर पर बीच सड़क पर हुए भयानक हादसे में एक साथ दो-दो गाड़ियां धू-धू कर जल गई. गाड़ियों में फंसे लोग उनकी जान बचाने की फरियाद लगाते रहे. मगर किसी ने उनकी मदद नहीं की. लोग खड़े तमाशा देखते रहे. वीडियो बनाते रहे. लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा. इस हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. दो-दो परिवारों में मातम पसर गया.
दिल्ली के लोगों की बेदिली हैरान करने वाली है कि गाड़ियों में फंसे तड़पते लोगों की फरियाद अनसुनी कर भी दिल्ली के लोग सड़क पर खड़े तमाशा देखते रहे. ये हादसा बुधवार की शाम को तब हुआ था, जब दिल्ली के आनंद विहार फ्लाई ओवर पर एक फ़ोर्ड इको स्पोर्टस कार दूसरी तरफ़ से आ रही मारुति इको वैन से टकरा गई. फ़ोर्ड इको की रफ्तार इतनी ज़्यादा थी कि गाड़ी अचानक बेकाबू होकर डिवाडर से टकराई और रोड़ की दूसरी तरफ़ से जा रही मारुति इको से भिड़ गई.
मारुति इको में सीएनजी किट लगी थी और देखते ही देखते दोनों गाड़ियों में आग लग गई. इससे फोर्ड इको में सवार अक्षय और गर्व और मारुति इको में सवार शमशाद, अब्दुल और इमरान गाड़ियों में ही फंस कर रह गए.
सितम देखिए कि जिस वक़्त ये हादसा हुआ चश्मदीद और तमाशबीनों की बेदिली देख कर बदनसीब गर्व ने पहले अपने पिता को फोन किया और तब व्हाट्सएप मैसेज भी भेजा. लेकिन एक पड़ोसी की अंतिम यात्रा में शामिल होने गए गर्व के पिता तब अपने बेटे का वो आख़िरी मैसेज नहीं देख सके और देर-सवेर उनके बेटे की मौत की खबर आ गई.
अब गर्व के पिता और उनके घरवालों को अपने लाडले की वो आख़िरी घड़ी और वो मैसेज हमेशा सालता रहेगा. वक्त पर मदद ना मिलने की वजह से इस हादसे में गर्व, शमशाद और अब्दुल की जान चली गई, जबकि अक्षय और इमरान अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.