(Pi Bureau)
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने को लेकर मालदीव में दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ‘हम कश्मीर की जो स्थिति है, उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। वहां लोगों पर अत्याचार हो रहा है।’ जिसपर भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आपत्ति जताते हुए पलटवार किया।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि जिस मुल्क ने बड़े पैमाने पर अपने ही लोगों का नरसंहार किया हो, उसे कश्मीर पर बोलने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद बंद करने की भी नसीहत दी।
हरिवंश ने आगे कहा कि भारत के आंतरिक मामले को इस फोरम में उठाए जाने पर हम पुरजोर आपत्ति जताते हैं। इसके अलावा सम्मेलन के विषय से इतर मुद्दों को उठाकर इस फोरम के राजनीतिकरण को भी हम खारिज करते हैं।
इसके बाद भी पाक की तरफ से लगातार बयनाबाजी जारी रही। इसपर कार्यक्रम का संचालन कर रहे मालदीव संसद के स्पीकर मोहम्मद नशीद को ने कहा कि इस फोरम में किसी देश के आंतरिक मामले को नहीं उठाया जा सकता।
बता दें कि मालदीव की संसद ने रविवार को सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल पर चौथे साउथ एशियन स्पीकर्स समिट की मेजबानी की। इसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।