अमेरिका के विदेश मंत्रालय की दक्षिण एवं मध्य एशियाई ब्यूरो प्रमुख एलिस वेल्स का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एफएटीएफ को देश के ‘ग्रे सूची’ के दर्जे पर अपना निर्णय देना है। एफएटीएफ ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को ‘ग्रे सूची’ में डाल दिया था।
पाकिस्तान को अक्तूबर 2019 तक एक प्रोजेक्ट पूरा करने दिया गया था। इसे पूरा नहीं कर पाने पर पाकिस्तान पर ईरान और उत्तर कोरिया के साथ काली सूची में डाले जाने का खतरा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की दक्षिण एवं मध्य एशियाई ब्यूरो प्रमुख एलिस वेल्स ने पाकिस्तान में चार आतंकवादियों की गिरफ्तारी का स्वागत भी किया।
मालूम हो कि पाकिस्तान में गुरुवार को आतंकवाद के वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) के आरोपों में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद- दावा के चार सदस्यों प्रोफेसर जफर इकबाल, याहिया अजीज, मोहम्मद अशरफ और अब्दुल सलाम को गिरफ्तार किया गया था।
वेल्स ने ट्वीट किया था कि हम इस खबर का स्वागत करते हैं कि पाकिस्तान ने लश्कर के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। लश्कर के क्रूर हमलों के पीड़ित इस बात के हकदार है कि वे लश्कर के सरगना हाफिज सईद समेत इन लोगों के खिलाफ अभियोग चलता देखें।