(Pi Bureau)
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान के हर मोर्चे पर विफल रहने को लेकर विपक्ष के नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में लोग उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि अगर कोई धरने में एक्सपर्ट है तो वह मैं हूं। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां आजादी मार्च के नाम पर सर्कस कर रही है।
इमरान ने कहा कि मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद में एक महीने भी नहीं रह सकते हैं। गौरतलब है कि साल 2014 में इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ 126 दिनों तक विरोध मार्च निकाला था।
इमरान पाकिस्तान के हवेलियन में लोगों को संबोधित कर रहे थे, यहां उन्होंने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों को कभी माफ नहीं करूंगा। विपक्षी नेताओं के मकसद सही नहीं हैं। यही कारण है कि उन्होंने कंटेनरों में धरने की राजनीति का सहारा लिया है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष इस तरह प्रदर्शन कर रहा है जैसे वह किसी माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हो। हमारी सरकार केवल सड़क निर्माण करने के बजाय मानवीय विकास योजनाओं पर ज्यादा पैसा खर्च करेगी।
इमरान से ज्यादा बेगैरत प्रधानमंत्री नहीं देखा: मौलाना फजलुर रहमान
गौरतलब है कि इस महीने के शुरुआत में पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने करीब दो लाख प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सरकार को अल्टीमेटम दिया था।
मौलाना ने कहा था कि वह इमरान खान को दो दिनों यानी 48 घंटों की मोहलत देते हैं, वें पद से इस्तीफा दें और घर जाएं। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों में इमरान खाने सबसे ज्यादा बेगैरत प्रधानमंत्री है। पाकिस्तान ने इमरान खाने से ज्यादा बेगैरत पीएम आज तक नहीं देखा। उन्होंने देश को बेच दिया है।
वहीं, इसके जवाब में इमरान ने इस्तीफे से इनकार करते हुए मौलाना के ऊपर इल्जाम लगाया था कि वह भारत के एजेंट हैं।
बता दें कि जेयूआई-एफ ने 27 अक्तूबर से मार्च शुरू किया है। कराची से इस्लामाबाद पहुंचे इस आजादी मार्च में नवाज शरीफ के भाई शहबाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो भी शामिल हुए थे।