(Pi Bureau)
ताइवान में गुरुवार को हेलीकॉप्टर हादसे में सेना प्रमुख समेत आठ लोगों की मौत हो गई। यह हेलीकॉप्टर राजधानी ताइपे के करीब पहाड़ी इलाके में हादसे का शिकार हो गया। हादसे में जान गंवाने वालों में सेना के तीन मेजर जनरल भी हैं। चीन से तनातनी के बीच यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब ताइवान में 11 जनवरी को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। चुनाव समेत आंतरिक मामलों में चीन के दखल को रोकने के लिए ताइवान ने हाल में एक कानून बनाया था। चीन इस द्वीपीय क्षेत्र को अपना हिस्सा मानता है। जबकि ताइवान खुद को स्वायत्त देश बताता है।
सेना के अनुसार, चीफ ऑफ जनरल स्टाफ शेन यी-मिंग की इस हादसे में मौत हो गई। हेलीकॉप्टर में कुल 13 लोग सवार थे, जिनमें से पांच की जान बच गई। सेना प्रमुख शेन ताइवान की यिलान काउंटी में तैनात सैनिकों से मिलने के लिए ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से रवाना हुए थे, लेकिन उनका हेलीकॉप्टर ताइपे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
62 वर्षीय शेन को गत जुलाई में चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बनाया गया था। राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने दुर्घटना पर दुख जताते हुए कहा, ‘ताइवान के सर्वोच्च रैंकिंग के जनरल की मौत ड्यूटी के दौरान हुई है। इस हादसे के कारणों का पता लगाना जरूरी है।’ उन्होंने रक्षा मंत्रालय को हेलीकॉप्टर हादसे की जांच का आदेश दिया है। इस बीच, आपात विभाग के अधिकारियों की ओर से जारी तस्वीरों में हेलीकॉप्टर का मलबा घनी धुंध के बीच जंगल में बिखरा दिखा। दर्जनों बचावकर्मी जीवित लोगों की तलाश करते दिखे। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल नहीं सका है।
अमेरिका के साथ सैन्य सहयोग को दिया था बढ़ावा
मार्च, 2018 में उप रक्षा मंत्री बनने के बाद शेन ने अमेरिका के साथ सैन्य सहयोग को बढ़ावा दिया था। उन्होंने ट्रंप प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा था, ‘हम इसकी प्रशंसा करते हैं कि रक्षा खरीद पर हमारे आग्रह को अमेरिका महत्व दे रहा है।’ अमेरिका और ताइवान के बीच औपचारिक कूटनीतिक संबंध नहीं हैं। इसके बावजूद अमेरिका इस द्वीपीय क्षेत्र का प्रबल समर्थक और प्रमुख हथियार आपूर्तिकर्ता है। अमेरिका के इस रुख का चीन विरोध करता है।