(Pi Bureau)
फ्रांस में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। इस बुरे दौर के बीच ये भी सच्चाई है कि ताबूत बनाने वाली कंपनियों के लिए यह समय अच्छा साबित हो रहा है। लोगों की मांग को पूरा करने के लिए कंपनियों को ज्यादा काम करना पड़ रहा है।
पूर्वी फ्रांस में यूरोप के सबसे बड़े ताबूत निर्माता ओजीएफ के कारखाने में श्रमिक को ओवरटाइम करना पड़ रहा है, तकि महामारी में जान गवाने वालों के परिवारों की मांग को पूरा किया जा सके। कारखाने के निदेशक इमैनुएल गैरेट ने कहा, ‘महामारी के कारण हमने ताबूतों के सिर्फ चार मॉडल बनाने का फैसला किया है।’
उन्होंने बताया कि आम तौर पर रोजाना 370 ताबूत बनाए जाते थे, लेकिन मांग को देखते हुए प्रति दिन 410 ताबूतों का उत्पादन किया जा रहा है। श्रमिक लगभग एक घंटा अतिरिक्त काम कर रहे हैं। ताबूतों के लिए लकड़ी का चयन करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले डिडिएर पिडंसेट ने कहा कि फ्रांस कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। हम इस संकट के समय यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जान गवाने वालों को पूरा सम्मान मिले।
1910 में स्थापित हुए कारखाने में मूल रूप से कोयले का उत्पादन होता था, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के शुरू के बाद यहां ताबूत बनाए जाने लगे। यह अब ओजीएफ समूह का हिस्सा है। जुस्सी में इसके दो कारखाने हैं और यह फ्रांस में इस्तेमाल होने वाले चार ताबूतों में से एक बनाता है।
बता दें कि अमेरिका के बाद फ्रांस, इटली और स्पेन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। फ्रांस में 13,851 लोग महामारी की वजह से मारे गए हैं, जबकि 1.30,730 लोग संक्रमित हैं। स्पेन में कोरोना महामारी की वजह से 16,606 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1,63,027 लोग संक्रमित हैं। इटली में 1,52,271 लोग वायरस से संक्रमित हैं, जबकि 19 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।