(Pi Bureau)
वीरेंद्र सिंह रावत
लखनऊ, 25 अगस्त
अपने धार्मिक पर्यटन के धार देने के एजेंडे पर काम करते हुए, योगी आदित्यनाथ सरकार ‘श्रावस्ती-कुशीनगर-कपिलवस्तु’बुद्धिस्ट सर्किट के विकास का काम जल्द ही शुरू करेगी.
इस सर्किट में बुद्धाथीम पार्क, पर्यटक सुविधा केन्द्र, पार्किंग, अत्याधुनिक शौचालय तथा प्रतीक्षा कक्ष की सुविधाएं मुहैया होंगी। इसके साथ ही अन्य बुनियादी सुविधाएं भी पर्यटकों को उपलब्ध कराई जायेंगी.
भारत सरकार के सहयोग से इस सर्किट का विकास होगा, जिसके लिए केन्द्र सरकार ने Rs 99.97 करोड़ की धनराशि भीस्वीकृति की है.
उप्र की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि राज्य सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति गम्भीर है. उन्होंने कहा कि इस सर्किट के बन जाने से बौद्ध धर्मावलम्बियों को आवागमन के साथ ही अन्य आवश्यक बुनियादी सुविधाएं सुगमता से उपलब्ध हो सकेगी.
श्रावस्ती बौद्ध सर्किट के विकास पर कुल Rs 35.35 करोड़, कपिलवस्तु में Rs 35.45 करोड़ तथा कुशीनगर में Rs 13.76करोड़ और इन क्षेत्रों में सामान्य सुविधाओं के विकास पर Rs 10.63 करोड़ की धनराशि व्यय होगी.
जोशी ने प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी को निर्देश दिया कि केन्द्र के सहयोग से विकसित होने वाले इस सर्किट के विकास की कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ की जाये.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पर्यटन विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है इसीलिए पर्यटन विभाग के पर्यटक गृहों को सुधार करके इन्हें निजी क्षेत्र के माध्यम से संचालित कराया जाये, ताकि पर्यटन निगम के राजस्व में वृद्धि हो सके.
अवस्थी के अनुसार राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों जैसे बिठूर, चित्रकूट तथा कालिंजर आदि जगहों पर पर्यटकीय सुविधाएं सुलभ कराने के लिए पर्यटन विभाग प्रयत्नशील हैं. पर्यटकों को गुणवत्तापरक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए हाइवेज पर ढावे स्थापित किए जायेंगे. पर्यटन विभाग पर्यटकों के लिए भोजन के भारतीय परम्परागत और शाही,राजघरानों में प्रचालित रही भोजन सामग्रियों को प्रस्तुत करने की भी योजना बना रहा है.
इस योजना में रूचि रखने वाले होटल स्वामियों को बड़े धार्मिक तथा ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों पर होटल खोलने के लिए आमंत्रित किया जायेगा.