(Pi Bureau)
विगत 21 वर्षों से चिकित्सा क्षेत्र के होमिओपेथी के माध्यम से सेवायें दे रहे डॉक्टर संजय कक्कड़ ने करोना के कई मरीजों को स्वस्थ किया है।उनका कहना है कि इस बीमारी से घबराने अथवा डरने की नहीं वरन डटकर लड़ने की ज़रूरत है। बकौल डॉ. कक्कड़ करोना का खौफ़,करोना की बीमारी से भी ज़्यादा घातक साबित हो रहा है ,इसलिए हमें धैर्यपूर्वक और हिम्मत से इसका उपचार कराना चाहिए।
उनकी सलाह और समय पर ली गई होम्योपैथिक दवा से ठीक हुए मरीजों की एक लम्बी फेहरिस्त है।
इसी क्रम में आज बात करते है कुछ ऐसे कोरोना संक्रमितों की जो काफी गंभीर हो गए थे।
राजाजीपुरम के सभासद शिवपाल सवारियां के पिताजी राजाराम सवारियां (70 वर्ष) हार्ट और शुगर के मरीज है। 20 मार्च से इनको सीने में जकड़न, कफ, खासी और जुखाम के साथ बुखार आना शुरू हुआ। उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी, ऑक्सीजन लेवल 80 पहुंच गया था। घर के सभी सदस्य परेशान थे कि अब क्या किया जाए, अस्पतालों के मौजूदा हाल से घबराई (पत्नी) गौरी सवारियां ने डॉ0 कक्कड़ से सलाह लेने कि बात कही। डॉ0 कक्कड़ की दवा लेने के दूसरे दिन से ही राजाराम जी को काफी आराम मिला। तीन-चार दिन की दवा से ही उनका कफ और सीने की जकड़न काफी हद तक ठीक हो गई, बुखार, खासी अब बिल्कुल नहीं है। वो पूरी तरह स्वस्थ है और उनका ऑक्सीजन लेवल 98 हे।
इसी क्रम में एक और उदाहरण है:-
538k/552, त्रिवेणी नगर (दो) सीतापुर रोड, लखनऊ निवासी बैंककर्मी अशोक कुमार सिंह की। अशोक जी को 13 अप्रैल से तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, खांसी, जुकाम, पेट दर्द की शिकायत हुई। कोरोना के सभी लक्षण होने पर उन्होंने डॉ0 संजय कक्कड़ की सलाह के साथ, दवा लेनी शुरू की और अब वो पूरी तरह स्वस्थ है। अशोक जी ने बताया कि इस कोरोना संक्रमण के दौरान उन्होंने एलोपैथिक की एक भी गोली नहीं ली।
डॉ0 संजय कक्कड़ (9415785069, 8299058671)