बड़ी खबर:: …तो इस वजह से यूक्रेन में युद्ध टालने का ‘अंतिम’ प्रयास, फ्रांस और रूस में बनी सहमति !!!

(Pi Bureau)

यूक्रेन-रूस संकट के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई। यह बातचीत दोनों देशों के बीच युद्ध को रोकने के लिए ‘अंतिम’ प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक दोनों देशों के बीच समहति बन गई और जल्द ही पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने मुलाकात कर सकते हैं।

बता दें कि रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन तनाव को कम करने के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 105 मिनट लंबी बातचीत हुई। मैक्रों के ऑफिस ने यह जानकारी दी है। 105 मिनट तक चली फोन पर बातचीत में, वे मौजूदा संकट के समाधान पर भी सहमत हुए। इसके मुताबिक दोनों देशों के बीच यह बातचीत यूक्रेन के मुद्दे को लेकर हो रही है और यह पहले से तय थी।

उनके शीर्ष राजनयिक ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी यूक्रेन युद्ध के तनाव को कम करने के लिए रूस के व्लादिमीर पुतिन से “किसी भी समय” मिलने के लिए तैयार हैं।

मैक्रों के रूस यात्रा करने के दो हफ्ते बाद ये बातचीत की गई है। फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि बातचीत का मकसद रूस द्वारा यूक्रेन की सीमा पर बड़े पैमाने पर सैनिकों को भेजने से रोकने के लिए राजी करना था।

बता दें कि यूक्रेन के सैनिकों और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच गोलाबारी हुई और पूर्वी यूक्रेन में हजारों लोगों को निकाला गया है। इससे यह आशंका और बढ़ गई कि रूस इस अशांत क्षेत्र में हमला कर सकता है। पश्चिमी देशों के नेताओं ने आगाह किया है कि रूस अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर सकता है और उसने तीनों तरफ सीमा के लगभग 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है। रूस ने शनिवार को पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु अभ्यास किया और काला सागर तट के पास उसके नौसैनिकों का युद्धाभ्यास चल रहा है।

अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने आशंका जताई है कि रूस हमला करने के बहाने तलाश रहा है। पश्चिमी देशों ने हमले की स्थिति में तत्काल प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है।

यूक्रेन-रूसी राष्ट्रपति के बीच बैठक

वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया। जेलेंस्की ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ”मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं। इसलिए, मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं।” जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिये स्थान का चयन कर सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ”संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिये यूक्रेन केवल कूटनीति के रास्ते पर चलता रहेगा।” जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को कहा, ”बड़ा सवाल यह है कि क्या रूस बातचीत करना चाहता है?’ मिशेल ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ”ऐसे में जब रूस मिसाइल परीक्षण करता रहता है और सैनिकों को इकट्ठा करना जारी रखता है हम हमेशा शांति-सद्भावना की पेशकश नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा, ”एक बात निश्चित है। अगर आगे सैन्य आक्रमण होता है तो हम और बड़े प्रतिबंध लगाएंगे।”

पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया। दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी। रूस ने अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्र के लोगों के लिए करीब 7,00,000 पासपोर्ट जारी किये।

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