(Pi Bureau)
बोइंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए रखरखाव और तकनीकी सहायता को निलंबित कर दिया है और अमेरिकी ऊर्जा फर्म एक्सॉन मोबिल ने कहा कि वह रूस से बाहर निकल जाएगी। ये तमाम खबरें यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं।
अब इस लिस्ट में गूगल और फेसबुक के बाद एप्पल का नाम भी जुड़ा है जो दर्शाता है कि पश्चिमी कंपनियां रूस पर नकेल कसने को तैयार हैं। यूएस टेक दिग्गज Apple ने कहा कि उसने रूस में iPhones और अन्य उत्पादों की बिक्री बंद कर दी है, जबकि Ford Motor देश में परिचालन को निलंबित करके अन्य वाहन निर्माताओं के साथ शामिल हो गई है जो रूस में ऐसे ही कदम उठा चुके हैं।
एयरबस ने रूस को स्पेयर पार्ट्स भेजना और रूसी एयरलाइनों का समर्थन करना बंद कर दिया। हालांकि इसने कहा है कि यह इस बात का विश्लेषण कर रहा है कि क्या इसका मॉस्को इंजीनियरिंग केंद्र पश्चिमी प्रतिबंधों के तहत स्थानीय ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर सकता है।
पिछले हफ्ते यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंधों को लगातार तेज कर दिया है, जिसमें स्विफ्ट वैश्विक वित्तीय नेटवर्क से कुछ रूसी बैंकों को हटाना भी शामिल है। पश्चिमी देशों के इन प्रतिबंधों ने रूसी मुद्दा रूबल को भी प्रभावित किया है जिससे केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों को बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस बीच, रूसी फर्मों ने भी अपने व्यापार पर अन्य विकल्प चुनने शुरू कर दिए हैं। रूस के सबसे बड़े ऋणदाता Sberbank ने बुधवार को कहा कि वह यूरोपीय बाजार छोड़ रहा है क्योंकि उसकी सहायक कंपनियों को बड़े कैश आउटफ्लो का सामना करना पड़ रहा है। इसने यह भी कहा कि उसके कर्मचारियों और संपत्ति की सुरक्षा को खतरा है।
Google ने रूसी टेलीविजन RT और अन्य रूसी चैनलों को वेबसाइटों, ऐप्स और YouTube वीडियो पर विज्ञापनों से पैसे कमाने पर रोक लगा दी है। फेसबुक भी इसी तरह के कदम उठा चुका है। Microsoft ने कहा कि वह अपने विंडोज ऐप स्टोर से RT के मोबाइल ऐप को हटा देगा और रूसी राज्य-प्रायोजित मीडिया पर विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाएगा।