(Pi Bureau)
दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए XE वैरिएंट की आहट के बीच भारत में भी एक बार फिर से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। दो साल तक बंद रहने के बाद फिर से खुले स्कूलों में इसका असर देखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा में तीन स्कूलों में अब तक तीन टीचर्स सहित कुल 21 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद में दो निजी स्कूलों के 5 छात्रों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, नोएडा के एक स्कूल से कोरोना संक्रमण के 16 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें तीन टीचर भी शामिल हैं। स्कूलों ने वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए ऐहतियाती कदम के रूप में तीन दिनों के लिए स्कूल को बंद करने की घोषणा की है, जबकि उसके बाद स्कूल की छुट्टियां हैं, इसलिए स्कूल 19 अप्रैल से खुलेंगे। वहीं, नोएडा के स्कूल में एक सप्ताह तक ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई होगी।
बता दें कि, कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने से प्रदेश सरकार ने अधिकतर पाबंदियां हटा दी हैं। इसके साथ ही स्कूल भी खुल गए हैं। ऐसे में स्कूली छात्रों में कोरोना फैलने की खबर से बच्चों और अभिभावकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
देशभर में रोजाना कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। यह मरीज घर पर रहकर इलाज करने से सही हो रहे हैं, लेकिन इसी बीच स्कूल खुलने से बच्चों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि स्कूल प्रबंधक कोरोना मानकों का पालन कर रहे हैं। इसको लेकर स्कूलों में पूरी सावधानियां भी बरती जा रही हैं, लेकिन फिर भी छात्रों का कोरोना संक्रमित होना स्कूल प्रबंधक व अभिभावकों के लिए चिंता की बात बन गई है।
गाजियाबाद के सीएमओ का कहना है कि 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है। जिले में 15 से 18 वर्षीय किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज सौ फीसदी लगाई जा चुकी है, जबकि 61.55 फीसदी किशोरों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। वहीं, 12 से 14 वर्ष के 40.54 फीसदी बच्चों को पहली डोज लगाई गई है। अब इस उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए स्कूलों में विशेष कैंप लगाए जाएंगे ताकि सभी बच्चों को वैक्सीन लग सके। वहीं, इस आयु वर्ग को टीके की दूसरी डोज 13 मई से लगनी शुरू होगी।