(Pi Bureau)
चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को अबकी भगवान के दर्शन के लिए 600 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे हैं। उत्तराखंड परिवहन महासंघ से जुड़ी तमाम यूनियनों ने बसों के किराये में 20 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री जाने के लिए प्र्रत्येक यात्री से अब 3,250 रुपये की जगह 3,850 रुपये लिए जा रहे हैं।
पिछली बार की तुलना में अबकी किराये में प्रति सीट 600 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से किराये में बढ़ोतरी से पहले ही उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने किराया बढ़ा दिया है। किराये में बढ़ोतरी को लेकर महासंघ का तर्क है कि पिछले दो साल में पेट्रो पदार्थों की कीमतों में प्रति लीटर 30 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में पुरानी दरों पर चारधाम यात्रा कराना संभव नहीं है। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि फिलहाल यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से प्रति यात्री 3,850 रुपये किराया लिया जा रहा है। राय का कहना है कि किराये में बढ़ोतरी का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों, टैक्सी, कैब, सिटी बस के साथ ही ट्रैक्टर, लोडर के किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण स्तर पर लंबित है। सरकार, शासन और परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर गठित किराया निर्धारण समिति ने रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है। प्राधिकरण की बैठक में किराये में बढ़ोतरी का निर्णय लिया जाना है, लेकिन यात्रा से पहले प्राधिकरण की बैठक नहीं हो पाई, जबकि उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया था।
टैक्सी के किराये में 15 हजार रुपये की बढ़ोतरी
उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बाद टैक्सी संचालकों ने भी किराये में बढ़ोतरी कर दी है। इनोवा गाड़ी के लिए अब एक दिन के साढ़े चार हजार की जगह छह हजार रुपये किराया ले रहे हैं। किसी परिवार को इनोवा से चारधाम यात्रा करनी है, तो 10 दिन के लिए 45 हजार रुपये की जगह 60 हजार रुपये देना पड़ रहे हैं। टैक्सियों के किराये में बढ़ोतरी को लेकर दून ट्रेवल्स आनर्स एसोसिएशन के प्रधान योगेश अग्रवाल का कहना है कि चूंकि पेट्रो पदार्थों की कीमतों में 30 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में पूर्व निर्धारित किराये की दरों पर यात्रा पर जाना संभव नहीं है।