(Pi Bureau)
डोमिनिका में अवैध एंट्री करने के मामले में भारत के भगौड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, इस संबंध में दर्ज केस अब वापस ले लिया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चोकसी यह साबित करने में कामयाब रहा कि उसे एंटीगुआ और बारबुडा से अपहरण करके डोमिनिका लाया गया था।
रिपोर्ट में बताया गया कि मेहुल चोकसी पिछले साल मई में एंटीगुआ से लापता हो गया था, जहां पर 2018 में वह भारत में अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने के बाद भारत छोड़कर आ गया था। डोमिनिका में उसके द्वीप देश में अवैध प्रवेश को लेकर चौकसी पर मामला दर्ज किया गया था।
अब मेहुल चोकसी ने डोमिनिका को बताया कि वह अपनी इच्छा के विरुद्ध डोमिनिका लाया गया था। उसने दावा किया भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंटों ने उसका अपहरण किया था। यहां बता दें कि चोकसी को बीते साल 26 मई को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ पुलिस को दी गई एक शिकायत में यह दावा किया कि वह एक एंटीगुआन नागरिक था और उसे जबरन डोमिनिका लाया गया था।
मेहुल चोकसी ने अपनी शिकायत में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के एजेंटों के इस इस साजिश में शामिल होने की बात कहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, चोकसी की कानूनी टीम ने चार व्यक्तियों की पहचान की। हालांकि, भारत ने चौकसी के दावों की कभी पुष्टि नहीं की।