(Pi Bureau)
हर बार की तरह नया महीना शुरू होते ही कुछ छोटे-बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं। तो इस बार भी जून की शुरुआत में होने वाले बदलावों के बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि इनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। इनमें बैंकिंग नियमों से लेकर सोने की खरीदारी तक के नियम बदल जाएंगे। आइए जानते हैं कैसे जून का महीना आपकी जेब पर भारी पड़ने वाला है…
1- वाहनों का थर्ड पाटी बीमा महंगा
सबसे पहले बात कर लेते हैं जेब का खर्च बढ़ाने वाले पहले बदलाव की। तो बता दें कि एक जून 2022 से वाहनों का थर्ड पार्टी बीमा महंगा होने जा रहा है यानी आपको इंश्योरेंस प्रीमियम का ज्यादा भुगतान करना होगा। न केवल चार पहिया, बल्कि दो पहिया वाहन स्वामियों पर ये बढ़ी हुई दरें लागू होंगी। केंद्र सरकार ने बुधवार को थर्ड पार्टी मोटर व्हीकल इंश्योरेंस के प्रीमियम रेट में इजाफा कर दिया है।
इंजन क्षमता के हिसाब से प्रीमियम
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए फैसले के बाद अब कार के इंजन के हिसाब से बीमा कराने के लिए ज्यादा राशि का भुगतान करना पड़ेगा। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक, मोटर इंश्योरेंस के प्रीमियम में इससे पहले साल 2019-20 के लिए बढ़ोतरी की गई थी। मंत्रालय के मुताबिक, अब 1,000 सीसी से कम क्षमता वाले इंजन के वाहनों को थर्ड पार्टी बीमा के लिए निर्धारित प्रीमियम 2,094 रुपये चुकाना होगा, जो कि 2019-20 में 2,072 रुपये था। इसके अलावा 1,000 सीसी से 1,500 सीसी वाली कारों का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम 3,221 रुपये से बढ़ाकर 3,416 रुपये किया गया है। 1,500 सीसी से ऊपर वाले वाहनों के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में मामूली बढ़ोतरी की गई है और यह 7,890 रुपये की जगह 7,897 रुपये हो गया है।
दोपहिया वाहनों के लिए ये प्रीमियम तय
केंद्र सरकार के अधिसूचना के मुताबिक, सिर्फ चार पहिया वाहनों के लिए ही नहीं, बल्कि दोपहिया वाहनों के लिए भी सरकार ने थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम की दर में बदलाव किया है। अधिसूचना के मुताबिक, एक जून 2022 से 150 सीसी से लेकर 350 सीसी वाली बाइक का प्रीमियम 1,366 रुपये बसूला जाएगा, जबकि 350 सीसी से ज्यादा क्षमता वाले इंजन वाले दोपहिया वाहनों के लिए इंश्योरेंश प्रीमियम 2,804 रुपये फिक्स किया गया है।
2- गोल्ड हॉलमार्किंग का दूसरा चरण
अब बात करते हैं दूसरे बड़े बदलाव की। तो आपको बता दें कि गोल्ड हॉलमार्किंग का दूसरा चरण साल 2022 में एक जून 2022 से शुरू किया जाएगा। सरकार ने बीते दिनों इस बात की जानकारी साझा करते हुए कहा था कि जून की शुरुआत से गोल्ड हॉलमार्किंग के दूसरे चरण को शुरू कर दिया जाएगा, जिसके तहत सोने की शुद्धता का प्रमाण करना जरूरी होगा।
तीन अतिरिक्त कैरेट और 32 नए जिले
रिपोर्ट के मुताबिक उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि अनिवार्य हॉलमार्किंग के दूसरे चरण के दायरे में सोने के आभूषणों के तीन अतिरिक्त 20, 23 और 24 कैरेट के अलावा 32 नए जिले भी आएंगे। जहां पहले चरण के क्रियान्वयन के बाद एक परख एवं हॉलमार्क केंद्र (एएचसी) स्थापित होगा। यहां बता दें कि पहले चरण की शुरुआत नोडल एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) ने 23 जून 2021 से देश के 256 जिलों में अनिवार्य गोल्ड हॉलमार्किंग को लागू करके की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इन जिलों में हर दिन हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) के साथ 3 लाख से अधिक स्वर्ण आभूषणों की हॉलमार्किंग जारी है।
3- एसबीआई की होम लोन दरों में वृद्धि
अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहक है या फिर आप एसबीआई से होम लोन के मन बना रहे हैं तो नए महीने की शुरुआत आपके लिए भी खर्च बढ़ाने वाली होगी। दरअसल, बता दें कि एसबीआई ने अपने होम लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) को 40 बेसिस प्वाइंट (बीपीएस) बढ़ाकर 7.05 फीसदी कर दिया है, जबकि आरएलएलआर 6.65 फीसदी प्लस सीआरपी होगा। एसबीआई की वेबसाइट पर साझा की गई जानकारी के अनुसार, ये बढ़ी हुई ब्याज दरें एक जून, 2022 से प्रभावी होंगी। गौरतलब है कि पहले, ईबीएलआर 6.65 फीसदी थी, जबकि रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) 6.25 प्रतिशत निर्धारित थी।
4- इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक शुल्क लागू
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने कहा है कि आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) के लिए जारीकर्ता शुल्क लागू कर दिया गया है। ये शुल्क 15 जून, 2022 को लागू किया जाएगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक भारतीय डाक की एक सहायक कंपनी है, जो डाक विभाग द्वारा शासित है। नियमों के तहत हर महीने पहले तीन एईपीएस लेन-देन मुफ्त होंगे, जिसमें एईपीएस नकद निकासी, एईपीएस नकद जमा और एईपीएस मिनी स्टेटमेंट शामिल हैं। मुफ्त लेन-देन के बाद, प्रत्येक नकद निकासी या नकद जमा पर 20 रुपये और जीएसटी लगेगा, जबकि एक मिनी स्टेटमेंट लेन-देन पर 5 रुपये और जीएसटी लागू होगा।
5- एक्सिस बैंक बदलेगा बचत खाते के नियम
एक जून से एक और बड़ा बदलाव जो होने जा रहा है, वो है अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आसान बचत और वेतन कार्यक्रमों के लिए खाते में औसत मासिक शेष राशि की सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर अब 25,000 रुपये या एक लाख रुपये की सावधि जमा कर दिया गया है। लिबर्टी सेविंग अकाउंट के लिए यह 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये या 25,000 रुपये खर्च कर दी गई है। नया टैरिफ प्लान एक जून 2022 से प्रभावी होंगे।