PM मोदी ने देशवासियों से कही अपने मन की बात, दिया यह नारा, जानें क्या है खास

(Pi Bureau) नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 37वीं बार देशवासियों से ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए अपने विचार साझा किए। इस दौरान उन्होंने महापर्व छठ से लेकर गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर देशवासियों को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी हर माह के आखिरी रविवार को आकाशवाणी रेडियो के जरिए देशवासियों के साथ जुड़ते हैं। पीएम लोगों द्वारा भेजे गए सुझावों को भी इस कार्यक्रम में शामिल करते हैं।

‘मन की बात’ की खास बातें
-दुनिया उगते सूर्य की पूजा में लगी रहती है लेकिन छठ का पर्व उनकी आराधना का भी संस्कार देता है जिनका डूबना तय है। आस्था के इस महापर्व में उगते सूर्य की उपासना और डूबते सूर्य की पूजा का सन्देश अद्वितीय संस्कार से भरा है।

-आम तौर पर किसी से कुछ मांगने को हीन माना जाता है लेकिन छठ में मांगकर प्रसाद खाने की परंपरा के पीछे मान्यता यह है कि इससे अहंकार नष्ट होता है। यह पर्व प्रकृति और प्रकृति की उपासना से पूरी तरह जुड़ा हुआ है।

-खादी और हैंडलूम क्षेत्र अब बुनकरों एवं गरीबों के जीवन में आमूलचूल बदलाव लाने का जरिया बन गया है। कभी ‘खादी फार नेशन’ और ‘खादी फार फैशन‘ रहा यह क्षेत्र अब बुनकरों और गरीबों के जीवन में बदलाव लाने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस वर्ष दीवाली में खादी और हैंडलूम के उत्पादों की जबर्दस्त हुई बिक्री हुई जिसका फायदा बुनकरों और गरीबों को मिला है।

-करीब 7,000 भारतीय सुरक्षा कर्मी शांतिरक्षण मिशनों में तैनात हैं और यह शांतिरक्षण अभियानों में तीसरा सबसे बड़ा योगदान है। मोदी ने सुरक्षा बलों के साथ कश्मीर के गुरेज सेक्टर में मनाई गई दिवाली को याद करते हुए कहा कि हमारे जवान, न सिर्फ हमारी सीमाओं पर, बल्कि विश्वभर में शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 24 अक्तूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया गया और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है।

-गुरु नानक देव की जयंती पर देशवासियों को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि वे जगद्गुरू के जातीय समानता और महिला सशक्तीकरण के संदेश को अपना कर समाज एवं मानवता के कल्याण के मार्ग पर चलें।

-श्री गुरु नानक देव सिखों के पहले गुरु ही नहीं बल्कि वह जगद्गुरु हैं। आने वाले वर्ष 2019 में, हम गुरु नानक देव जी का 550वाँ प्रकाश वर्ष मनाने जा रहे हैं। इस मौके पर हम उनके सन्देश और शिक्षा के मार्ग पर आगे बढऩे की कोशिश करें।

– श्री गुरु नानक देव ने 28 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा करके सच्ची मानवता का सन्देश दिया था। उन्होंने पूरी मानवता के कल्याण के बारे में सोचा। उन्होंने लोगों को सच्चाई, त्याग और कर्म-निष्ठा का मार्ग दिखाया और इसे बातों से ही नहीं, बल्कि करके दिखाया। उन्होंने लंगर चलाया जिससे लोगों में सेवा-भावना पैदा हुई तथा इकट्ठे बैठकर लंगर ग्रहण करने से लोगों में एकता और समानता का भाव जागृत हुआ।

-गुरु नानक देव ने सार्थक जीवन के तीन सन्देश दिए- परमात्मा का नाम जपो, मेहनत करो- काम करो और जरुरतमंदों की मदद करो।
-एशिया कप में भारतीय हॉकी टीम और डेनमार्क ओपन में किदाम्बी श्रीकांत की जीत पर उन्हें बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने देश में फीफा आयोजन के बाद फुटबॉल के भविष्य को उज्ज्वल बताया।

-‘‘हमारे खिलाडिय़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और इसी के बल पर भारत दस साल बाद एशिया कप चैम्पियन बना है।’’ इससे पहले भारत 2003 और 2007 में एशिया कप चैम्पियन बना था।

-सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आधुनिक अखण्ड भारत की नींव रखी और इसके लिए उन्होंने जरूरत के अनुसार, मान मनौव्वल तथा बल प्रयोग किया एवं जटिल समस्याओं का व्यावहारिक हल निकाला।

-देश की इस महान संतान की असाधारण यात्रा से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। मोदी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषता यह थी कि वे न सिर्फ परिवर्तनकारी विचार देते थे, बल्कि उनको अंजाम देने के लिए जटिल-से-जटिल समस्या का व्यावहारिक हल ढूंढने में भी सक्षम थे। विचारों को साकार करने में उनको महारत हासिल थी।

-31 अक्तूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चे, युवा, महिलाएं, सभी आयु-वर्ग के लोग शामिल होंगे। उन्होंने सभी लोगों से इसमें भाग लेने की अपील की।

-31 अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है। इस दिन इंदिरा गांधी दुनिया छोड़ कर चली गई थीं।

 

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