(Pi Bureau)
साउथ सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री साई पल्लवी अपनी दमदार एक्टिंग के साथ ही अपने बेबाक अंदाज के लिए भी मशहूर हैं। साई अक्सर कई मुद्दों पर अपनी राय खुलकर रखती हैं और उनकी ये बात उनके फैंस को काफी पसंद है। इन दिनों एक्ट्रेस अपनी अपकमिंग फिल्म वीराटा पार्यम के प्रमोशन में जुटी हुई हैं और इसी दौरान एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कश्मीरी पंडितों की हत्या और मॉब लिंचिंग को एक समान बताया। एक्ट्रेस का ये इंटरव्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग इसे बेहूदा तुलना कह रहे हैं, वहीं कुछ लोग कहा रहे कि आपके साहस को सलाम कि आपने यह बात कहने की हिम्मत की।
‘कश्मीरी पंडितों की हत्या और मॉब लिंचिंग एक ही बात’
साई पल्लवी ने यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘बॉलीवुड फिल्म द कश्मीर फाइल्स में दिखाया गया है कश्मीरी पंडितों पर किस तरह अत्याचार हुआ और उनकी हत्या हुई। वहीं कुछ वक्त पहले गाय ले जाने वाले मुस्लिम शख्स को बड़ी बेदर्दी से पीटकर उससे जय श्री राम के नारे लगाने को कहा गया था। ये दोनों ही गलत है और धर्म के नाम पर ये हिंसा है। इन दोनों घटनाओं में क्या अंतर है?’
साई बोलीं- मैं न्यूट्रल रहती हूं
एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘मैं एक न्यूट्रल माहौल में पली बढ़ी हूं। मैंने लेफ्ट विंग और राइट विंग के बारे में बहुत कुछ सुना है, लेकिन मैं ये नहीं कह सकती कि कौन सही है और कौन गलत है।’
पीड़ितों की करिए मदद
एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘आपको पीड़ितों की रक्षा करने की जरूरत है। अगर आप एक अच्छे इंसान हैं, तो आपको नहीं लगता कि वही सही हैं। मैं न्यूट्रल रहती हूं और लोगों की मदद करने की हमेशा कोशिश करती हूं। मेरा मानना है कि केवल दो समान लोगों के बीच लड़ाई हो सकती है, लेकिन दो अलग लोगों के बीच नहीं हो सकती।’
सोशल मीडिया पर आ रहे ऐसे रिएक्शन
सोशल मीडिया पर साई का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और अब यूजर्स इस पर मिले-जुले रिएक्शन दे रहे हैं। फैंस पल्लवी को सपोर्ट कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वह हमेशा सही बोलती हैं। एक फैन ने लिखा, ‘साउथ स्टार्स ही सच बोलना जानते हैं।’ अन्य एक ने लिखा, ‘मैं साई की बात ये एकदम सहमत हूं और ये दोनों ही घटनाएं गलत है।’ तो वहीं कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल करते हुए लिखा, ‘साई बेहूदा एक्ट्रेस हैं।’ अन्य एक ने लिखा, ‘साई को पूरा सच नहीं पता और बिना बात जाने नहीं बोलना चाहिए।’