(Pi Bureau)
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट (Islamabad High Court) ने महिला सत्र न्यायाधीश के खिलाफ इमरान खान की धमकी का संज्ञान लिया है। इमरान के खिलाफ अदालत की अवमानना के आरोप में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) की पांच सदस्यीय बड़ी पीठ का गठन किया गया है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, आईएचसी के मुख्य न्यायाधीश अतहर मिनाल्लाह की अध्यक्षता वाली पीठ में न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कयानी, न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब, न्यायमूर्ति तारिक महमूद जहांगीरी और न्यायमूर्ति बाबर सत्तार शामिल हैं। पांच सदस्यीय बड़ी पीठ इस मामले में 31 अगस्त को सुनवाई करेगी। इससे पहले तीन सदस्यीय पीठ ने इस मामले की सुनवाई की थी
बता दें कि पूर्व पीएम इमरान खान ने महिला सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को एक सभा में खुलेआम धमकी दी थी। इसके बाद पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया गया। अदालत ने मंगलवार को पीटीआई प्रमुख को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। डॉन अखबार के अनुसार, इमरान खान ने आपराधिक के साथ-साथ अदालत की अवमानना की।
वहीं, इमरान खान के करीबी सहयोगी शाहबाज गिल के भाई यासीन गिल ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी के खिलाफ आईएचसी के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि उन्होंने 17 अगस्त 2022 को आदेश पारित किया था कि शाहबाज की हिरासत पुलिस को गंभीर उल्लंघन और न्यायिक मानदंडों के अपमान और कानून के प्रावधानों को व्यक्त करने के लिए सौंप दी जाए।
बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष पर एफ-9 पार्क में आयोजित एक जनसभा में एक न्यायाधीश और दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों को धमकाने का मामला दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि 20 अगस्त को इस्लामाबाद में अपने भाषण में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने और धमकी देने के आरोप में इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था। सूत्रों का कहना है कि पीटीआई प्रमुख के 20 अगस्त के भाषण का पाठ भी इसमें शामिल किया गया है।