(Pi Bureau)
भारत में 5G सेवाओं का आधिकारिक लॉन्च हो गया है और कई शहरों में यूजर्स को 5G सिग्नल मिलने लगे हैं। अगले कुछ महीनों में देशभर में 5G रोलआउट की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, लेकिन इसका फायदा उठाने के लिए यूजर्स को उनका 4G फोन 5G पर अपग्रेड करना होगा। बिना 5G स्मार्टफोन के 5G सेवाओं का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
टेलिकॉम ऑपरेटर्स की ओर से 5G प्लान्स की जानकारी जल्द शेयर की जाएगी लेकिन उससे पहले आपको नया फोन खरीदना होगा। अगर आप 5G कंपैटिबल स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। 5G फोन चुनते वक्त कुछ की-फैक्टर्स का ध्यान रखा जाए तो आपको बेस्ट 5G परफॉर्मेंस अपने डिवाइस में मिलेगी।
5G चिपसेट
स्मार्टफोन में 5G कनेक्टिविटी के लिए 5G चिपसेट का होना जरूरी है। ऐसे 5G चिपसेट में 5G रिसेप्शन के लिए बिल्ट-इन मॉड्यूल मिलता है। नए 5G इनेबल्ड चिपसेट्स अब मिडरेंज और फ्लैगशिप सेगमेंट्स दोनों में आ रहे हैं। क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन 695 और इसके बाद, स्नैपड्रैगन 765G और इसके बाद- के अलावा स्नैपड्रैगन 865 और इसके बाद वाले सभी चिपसेट्स में 5G सपोर्ट मिलता है।
वहीं, मीडियाटेक पावर्ड फोन्स की बात करें लो-एंड फोन्स के डायमेंसिटी 700 से लेकर हाई-एंड डायमेंसिटी 8100 और डायमेंसिटी 9000 प्रोसेसर्स में 5G सपोर्ट मिलता है। पुराने G-सीरीज और हीलियो-सीरीज के चिपसेट 5G टेक्नोलॉजी को सपोर्ट नहीं करते हैं।
5G बैंड्स
फोन का चिपसेट तय करता है कि इसमें 5G कनेक्टिविटी मिलेगी या नहीं लेकिन सपोर्टेड बैंड्स ना होने की स्थिति में 5G फोन्स भी नेक्स्ट-जेनरेशन कनेक्शन का पूरा फायदा नहीं देंगे। कई 5G स्मार्टफोन्स केवल एक या दो 5G बैंड्स को सपोर्ट करते हैं, इन्हें खरीदने में समझदारी नहीं है। ज्यादा 5G बैंड्स को सपोर्ट करने वाले डिवाइस खरीदना बेहतर होगा।
खरीदने से पहले चेक करें कि फोन किन 5G बैंड्स को सपोर्ट करता है। ये बैंड्स डिवाइस के प्रोडक्ट पेज पर या वेबसाइट पर स्पेसिफिकेशंस सेक्शन में दिख जाएंगे। अच्छे 5G कनेक्शन के लिए फोन में 8 से 12 के बीच 5G बैंड्स होने चाहिए, जिससे सभी नेटवर्क्स पर 5G सेवाएं मिलें।
सॉफ्टवेयर अपडेट्स
कई स्मार्टफोन्स 5G टेक्नोलॉजी को सपोर्ट तो करते हैं लेकिन SA(स्टैंडअलोन) नेटवर्क्स के लिए उनके सॉफ्टवेयर में कुछ सीमाएं हो सकती हैं। ऐसे स्मार्टफोन्स में ब्रैंड्स की ओर से अगले कुछ सप्ताह में OTA (ओवर द एयर) अपडेट्स देकर तय किया जाएगा कि यूजर्स को बिना किसी परेशानी के 5G सेवाएं मिल सकें। फोन खरीदने से पहले तय करें कि उसे लंबे वक्त तक सॉफ्टवेयर अपडेट्स मिलते रहेंगे।
सॉफ्टवेयर अपडेट्स तय करेंगे कि आपको लंबे वक्त तक ना सिर्फ नए फीचर्स मिलते रहें बल्कि डिवाइस में मौजूद नेटवर्क कनेक्टिविटी बग्स या फिर खामियों को फिक्स कर दिया जाएगा।