(Pi Bureau)
शाश्वत तिवारी
लखनऊ। वीरांगना महारानी पद्मावती को विलासिता से जोड़ना बर्दाश्त नहीं, ये जौहर की ज्वाला है जिसमें बहुत कुछ जलेगा, जो रोज बदलती है शौहर वो क्या जाने जौहर, फिल्म पद्मावती को लगने ही नहीं देंगे, ये बातें करते हुए गुरुवार को करणी सेना के संरक्षक तथा राजपूताना वंश के 37 पीढ़ी के वंशज लोकेन्द्र सिंह ने फिल्म निर्माता- निर्देशक संजय लीला भंसाली को जम कर आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी और राज्य सरकारों से सिनेमैटोग्राफी के सेक्शन 6 का प्रयोग करके फिल्म पद्मावती को रोकने का आवह्न किया। राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के तत्वाधान में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए लोकेंद्र सिंह ने कहा कि राजपूत महिला पुरुषों ने अपना खून बहा कर सर कटवा कर देश की रक्षा की है और जो कोई भी धन कमाने के लिए हमारे इतिहास से खिलवाड़ करेगा तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इससे पहले भी जोधा-अकबर, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों को बना कर भारतीय संस्कृति का अपमान किया है पर अब ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि करणी सेना के विरोध के बाद आज तक राजस्थान में जोधा-अकबर रिलीज नहीं हो सकी है और इस बार फिल्म पद्मावती को लेकर राजस्थान के सभी सिनेमाघरों तथा वितरकों ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं और कहा है कि यदि करणी सेना और संजय लीला भंसाली के बीच गतिरोध समाप्त नहीं हुआ तो फिल्म राजस्थान में रिलीज नहीं की जाएगी। सिंह ने कहा कि यह फिल्म नोटबंदी के ठीक पहले शुरू की गई थी और इस फिल्म में 200 करोड़ रुपए की लागत आई है, ये पैसा दाऊद और खाड़ी देशों से आ रहा है और इस धन से ऐसी फिल्में बनाई जा रही है जिसमें भारतीय संस्कृति की धज्जियां उड़ती दिखाई दे और एक मुसलमान अभिनेता हिन्दु नायिका से इश्क फरमाते हुए नजर आए।
लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि वह शुरू से फिल्म का विरोध कर रहे हैं और इस बाबत संजय लीला भंसाली के साथ साथ, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तक को शुरू से चेतावनी देते आ रहे हैं। ऐसा नहीं है कि फिल्म पद्मावती के विरोध में केवल क्षत्रिय समाज है बल्कि अब तो पूरा हिन्दु समाज आ गया है और कई मुस्लिम संगठनों ने भी फिल्म का विरोध किया है। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, शिव सेना आदि इस फिल्म का पूरे देश में विरोध कर रहे हैं और 1 दिसम्बर को भारत बंद का ऐलान किया गया है। उन्होंने बताया कि 1 दिसम्बर को पूरे देश के प्रत्येक जिलाधिकारी को खून से लिखा ज्ञापन सौंपा जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हुए करणी सेना प्रमुख लोकेंद्र सिंह ने कहा कि सेंसर बोर्ड के हाथ में नहीं है कि वह भारतीय इतिहास या संस्कृति से छेड़खानी को रोक सकें पर सिनेमैटोग्राफी के सेक्शन 6 का प्रयोग करके ऐसी विवादित फिल्मों को तीन महीनों के लिए रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश चाहता है कि इस फिल्म को हमेशा के लिए डब्बे में बंद कर दिया जाए। कई मुस्लिम रानियों के हिन्दू राजकुमारों से प्रेम के किस्से इतिहास में आते हैं पर ये फिल्मकार उन पर फिल्म निर्माण नहीं करते हैं ऐसा क्यों ?
वार्ता में राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के हिमांशू सिंह और राममूर्ति सिंह ने सर्व समाज से अपील करते हुए कहा कि फिल्म का सभी लोग बहिष्कार करें और ऐसे फिल्मकारों को स्पष्ट संदेश दे दे कि गौरवमयी इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गौरतलब है कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती रिलीज होने से पहले जबरदस्त प्रोटेस्ट का शिकार हो कर विवादित हो गई है और फिल्म के ट्रीज़र तथा घूमर नृत्य काफ़ी तेज़ी से देखे जा रहे हैं। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि करणी सेना के विरोध के बाद पीएम मोदी व सीएम योगी क्या कदम उठाते हैं। फिल्म रिलीज को लेकर फिलहाल प्रदेश सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केन्द्र सरकार को बता दिया है।