(Pi Bureau)
भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक बार फिर से अपनी बात को दोहराते हुए कहा है कि उन्हें कठिन फैसले लेने होंगे। सुनक ने कहा कि ऐसे फैसलों को लेने का वक्त आ गया है और ब्रिटेन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को कुछ “बहुत कठिन निर्णय” लेने होंगे, लेकिन लोगों को आश्वासन दिया कि वह देश के “गहन आर्थिक संकट” से निपटने के दौरान करुणा भाव से कार्य करेंगे।
पीएम सुनक ने बताया, “वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने कहा है कि कठिन फैसले लेने की जरूरत है। मैं उनके साथ इन फैसलों पर काम करने जा रहा हूं।” उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को अपनी उधारी और ऋण को एक रास्ते पर लाने की जरूरत है ताकि देश के आर्थिक विकास की राह को पुख्ता किया जा सके। उन्होंने कहा, “एक देश के रूप में हम बहुत सारी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन मुझे यकीन है कि हम अर्थव्यवस्था को ठीक कर सकते हैं।”
सुनक सरकार कथित तौर पर कर वृद्धि और सार्वजनिक खर्च में 50 बिलियन पाउंड तक की कटौती की तैयारी कर रही है। कहा जाता है कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गुरुवार को चांसलर जेरेमी हंट के साथ इसी को लेकर एक स्प्रेडशीट तैयार करने में समय बिताया है। इससे पहले खुद वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने जोर देकर कहा था कि आर्थिक स्थिरता और विश्वसनीयता अन्य सभी नीतियों के लिए आवश्यक आधार हैं।
वहीं सुनक ने कहा था कि यह एक जटिल और चुनौतीपूर्ण मुद्दा है, लेकिन जनता को सरकार से “दीर्घकालिक समाधान” खोजने की उम्मीद है। इस बीच, ब्रिटेन सरकार ने अपने बजट में दो सप्ताह से अधिक की देरी की है और देश के आर्थिक संकट से निपटने के तरीके के बारे में कठिन विकल्प बनाने के लिए सुनक को कुछ समय मिल गया है। वित्त विभाग के एक बयान के अनुसार, वित्त मंत्री हंट द्वारा अब 17 नवंबर को सरकार की मध्यम अवधि की वित्तीय योजना पेश की जाएगी।