(Pi Bureau)
अफगानिस्तान पर तालिबान की सत्ता काबिज होने के बाद से महिलाओं की स्वतंत्रता पर अंकुश लग चुका है. पढ़ाई से लेकर घूमने और सजने सवरने तक की आजादी अब उनसे छीन चुकी है. खबर आ रही है कि तालिबान ने अब अफगानिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत हेरात में बगीचों या हरी-भरी जगहों वाले रेस्तरां में भी महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है. अधिकारियों के अनुसार, महिलाओं के हिजाब ठीक से नहीं पहनने के कारण यह प्रतिबंध लागू किया गया है.
हेरात में उप मंत्रालय और सदाचार निदेशालय के एक उप अधिकारी बाज मोहम्मद नज़ीर ने कहा कि प्रतिबंध सभी रेस्तरां में नहीं लगाए गए हैं. यह सिर्फ पार्क जैसे हरे-भरे क्षेत्रों वाले रेस्तरां में लागू होता है, ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पुरुष और महिलाएं एक साथ मिलते हैं. इसके अलावा, नजीर ने इन रिपोर्टों का भी खंडन किया कि हेरात में विदेशी फिल्मों, संगीत और टेलीविजन शो की डीवीडी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने दावा किया कि दुकानदारों को सलाह दी गई थी कि वे ऐसी सामग्री न बेचें क्योंकि यह इस्लामिक मूल्यों के विपरीत है. हालांकि, नजीर ने इन दावों का खंडन कर दिया है. नजीर ने आगे कहा, ‘इंटरनेट कैफे भी बंद नहीं है वे भी खुले हैं, क्योंकि यहां छात्र सीखते हैं और अपनी पढ़ाई के लिए इसका उपयोग करते हैं.’
दो दशकों के युद्ध के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के हटने के बाद तालिबान की सत्ता काबिज हो गई है, तब से महिलाओं की स्वतंत्रता पर नियंत्रण कड़ा कर दिया गया है. छठी कक्षा से आगे की लड़कियों और महिलाओं को कक्षाओं और विश्वविद्यालयों में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. महिलाओं को संयुक्त राष्ट्र सहित नौकरी के अवसर लेने पर भी प्रतिबंध है. उन्हें जिम और पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों पर जाने की भी अनुमति नहीं है.