(Pi Bureau)
उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद की हत्या सहित विभिन्न एनकाउंटर की जांच के लिए स्वतंत्र आयोग गठित करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मामले को 24 अप्रैल को सुनवाई के लिए रखा है.
यह याचिका वकील विशाल तिवारी ने दायर की है, जिसमें अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या सहित उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से लेकर अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच सुप्रीम के रिटायर्ड जज की निगरानी में एक्सपर्ट कमिटी से कराने की मांग की गई है.
मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाते समय हुई हत्या
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा ले जाने के दौरान 60 वर्षीय अतीक अहमद और उसके अशरफ जब पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी वहां पत्रकारों के भेष में आए तीन हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दी.
इस घटना से कुछ ही घंटे पहले अतीक के बेटे असद का अंतिम संस्कार किया गया था, जो 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अपने एक साथी के साथ मारा गया था.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के छह वर्षों में 183 कथित अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है और इसमें असद और उसके साथी भी शामिल हैं. याचिका में अतीक और अशरफ की हत्याओं की जांच के लिए एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति के गठन का अनुरोध किया गया है.
उधर इस मामले की तफ्तीश के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसने अपनी जांच शुरू कर दी है. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को एक बयान में बताया कि प्रयागराज के पुलिस आयुक्त के आदेश पर अपर पुलिस उपायुक्त, अपराध (मुख्य विवेचक) के नेतत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है. इस टीम के प्रमुख प्रयागराज के अपर पुलिस महानिदेशक होंगे तथा प्रयागराज के पुलिस आयुक्त और लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक इसके सदस्य होंगे.