(Pi Bureau) बिहार। पटना पुलिस ने अपने ही विभाग को दुरूस्त करने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की है। डीआईजी ने ‘ठीक तरीके’ से काम नहीं करने वाले 70 थानेदारों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। साथ ही 10 डीएसपी को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। उनके इस कदम से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
सेंट्रल रेंज के डीआईजी राजेश कुमार के इस डंडे की मार डीएसपी से लेकर थानेदार और सब-इंस्पेक्टर तक पर पड़ी है। दरअसल, डीआईजी पिछले कई दिनों से जिले के सभी थानेदारों के कामकाज पर कड़ी नजर रख रहे थे।डीआईजी ने जिले के सभी थानों के थानेदारों का 7 दिनों का परफॉर्मेंस डिटेल निकाला। इस दौरान 7 दिनों में 70 थानों के थानेदारों ने एक भी गिरफ्तारी नहीं की है।
थानेदारों की सुस्ती को देखकर डीआईजी दंग रह गए, जबकि क्राइम के आंकड़ों में लगातार इजाफा हुआ है। डीआईजी की कार्रवाई की गाज डीएसपी रैंक के 10 अधिकारियों पर भी गिरी है और उनको भी शोकॉज किया गया है। डीआईजी ने साफ किया कि जब तक थानेदार अपना परफॉर्मेंस सही नहीं करेंगे तब तक उनकी सैलेरी पर रोक लगी रहेगी।
अपने इस कदम को जायज ठहराते हुए डीआईजी ने कहा कि अपराध पर लगाम लगाने और अपराधों की जांच की गति तेज करने के लिए हर थाने में हर रोज कम से कम एक गिरफ्तारी होनी चाहिए।
उन्होंने अपने ही विभाग पर सवाल उठाया कि यह किस तरह की पुलिसिंग है। पिछले एक सप्ताह में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया भी है। उन्होंने कहा कि अगर अगले एक सप्ताह में ठीक-ठाक संख्या में गिरफ्तारी होती है तो वेतन रोकने वाले आदेश पर विचार किया जाएगा।डीआईजी ने कहा कि डीएसपी को आगे आने चाहिए और उन्हें रोज के आधार पर गिरफ्तारी करनी चाहिए।