(Pi Bureau)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 जून को प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले भारतीय संस्कृति और त्योहारों के वैश्विक पहुंच का एक शानदार उदाहरण सामने आया है. अमेरिका की एक प्रमुख सांसद ने रोशनी के त्योहार दिवाली को संघीय अवकाश घोषित करने के लिए कांग्रेस (संसद) में एक विधेयक पेश किया, जिसका देश भर के विभिन्न समुदायों ने स्वागत किया. यह विधेयक अमेरिका की महिला सांसद ग्रेस मेंग ने प्रतिनिधि सभा में पेश किया.
ग्रेस मेंग ने प्रतिनिधि सभा में विधेयक पेश करने के तुरंत बाद यहां एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘दिवाली दुनियाभर के अरबों लोगों सहित न्यूयॉर्क और संयुक्त राज्य अमेरिका में अनगिनत परिवारों और समुदायों के लिए साल के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है. इसलिए यह दिन सार्वजनिक अवकाश का होना चाहिए, जिससे लोग धूमधाम से इस फेस्टिवल को सेलिब्रेट कर सकें.’ उन्होंने कहा कि दिवाली पर संघीय अवकाश परिवारों और दोस्तों को एक साथ त्योहार का जश्न मनाने की अनुमति देगा. इस दिन छुट्टी यह साबित करेगी कि सरकार राष्ट्र के विविध सांस्कृतिक अवसरों को महत्व देती है.
आपको बता दें कि अगर दिवाली दिवस विधेयक अमेरिकी कांग्रेस से पारित हो जाता है, तो राष्ट्रपति जो बाइडन से इसे मंजूरी मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा. इसके साथ ही दिवाली अमेरिका में 12वीं संघीय छुट्टी हो जाएगी. ग्रेस मेंग ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि न्यूयॉर्क के क्वींस में दिवाली समारोह अद्भुत होते हैं और हर साल ये होते हैं. जो बताता है कि यह दिन इतने सारे लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अमेरिका की ताकत इस राष्ट्र को बनाने वाले विविध अनुभवों, संस्कृतियों और समुदायों से है. मेंग ने कहा कि मेरे द्वारा पेश किया गया दिवाली डे एक्ट सभी अमेरिकियों को इस दिन का महत्व बताने और देश की विविधता का जश्न मनाने की दिशा में एक कदम है. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका कांग्रेस के माध्यम से इस विधेयक को पारित करने के लिए उत्सुक हैं.
दिवाली दिवस विधेयक का स्वागत
न्यूयॉर्क विधानसभा की सदस्य जेनिफर राजकुमार ने मेंग के इस कदम का स्वागत किया है. उन्होंने इस विधेयक का स्वागत करते हुए कहा ‘ इस साल हमने देखा कि हमारा पूरा राज्य दिवाली और दक्षिण एशियाई समुदाय को मान्यता देने के समर्थन में एक स्वर से बोल रहा है. मेरी सहयोगी मेंग अब दिवाली को संघीय अवकाश घोषित करने के लिए अपने ऐतिहासिक कानून के साथ आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जा रही हैं.’ आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर रहेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन 22 जून को पीएम मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस में राजकीय भोज का आयोजन भी करेंगे. भारतीय प्रधानमंत्री को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.