(Pi Bureau) भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक प्रेमी ने एक प्रेमिका की सरेराह चाकू घोंप हत्या कर दी। महिला को लहूलुहान देख कर आस-पास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल भर्ती कराया। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
महिला के पति की हो चुकी है मौत
मामला भदोही जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के चौरी रोड स्थित बड़ी बाग के पास का है, जहां शबनम नामक महिला एक किराए के मकान में अपनी 15 वर्षीय बेटी गुलशन व 8 वर्षीय बेटे शाहिद के साथ रहती थी। उनकी शादी वर्ष पूर्व वाराणसी जनपद में हुई थी। पति की ट्रेन हादसे में मौत हो गई। जिसके बाद वे बच्चों संग भदोही में रहने लगी। इस दौरान वह कालीन प्रतिष्ठानों में घरेलू काम करके परिवार चलाती थी।
महिला के दूसरे युवक से बने संबंध
जिसके बाद महिला का एक कालीन कंपनी में घरेलू काम करने के दौरान सूबे के अमरोहा निवासी बुनकर मो. मुसफ्फिर से संबंध बन गया। पिछले एक साल से दोनों साथ ही रहते थे। पुलिस के अनुसार इधर बीच, अमरोहा निवासी बुनकर जुबैद से शबनम के संबंध हो गए थे। इसे लेकर हत्या आरोपित नाराज था। उसने मृतका को जुबैद से बात करने से मना किया, लेकिन वह नहीं मानी। आवेश में आकर उसने शनिवार को हत्या करने का प्लान बना लिया। इस दौरान उसने सरेराह शबनम पर चाकूओं से वार कर दिया।
प्रेमी ने चाकूओं से वार कर किया लहूलुहान
वहीं शहर कोतवाल मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि शनिवार दोपहर को स्टेशन रोड से काम करके शबनम बड़ी बाग जा रही थी। इस दौरान उसके साथ करीब 10 माह से साथ रह रहे सिरफिरे आशिक मो. मुसफिर ने सरेराह चाकूओं से वार कर लहूलुहान कर दिया। आसपास के लोगों ने आरोपी को पकड़ कर जमकर पीट दिया और मामले से पुलिस को अवगत कराया। आनन-फानन में उसे उपचार के लिए महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया। मृतका की बेटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
उठता है ये सवाल
ऐसे में सवाल उठता है कि इस सिरफिरे आशिक ने तो अपनी करतूत को अंजाम दे दिया, लेकिन इस जुर्म के बाद बच्चों पर से अपनी मां का साया उठ गया है, आखिर अब इन मासूम बच्चों का कौन सहारा बनेगा।