(Pi Bureau)
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान पर आयकर विभाग का भी शिकंजा कसता जा रहा है। आयकर विभाग ने बुधवार सुबह आजम खान के आवास समेत उनके करीबियों के रामपुर, सीतापुर, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर व गाजियाबाद के अलावा मध्य प्रदेश स्थित 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की।
आजम खान के घर आयकर विभाग की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी रही। आयकर अधिकारियों ने रातभर आजम खां के घर छानबीन की। देर रात में कई अधिकारी घर से निकले तो उनके स्थान पर दूसरे अधिकारी पहुंचे और उन्होंने तलाशी अभियान जारी रखा। गुरुवार सुबह भी आयकर अधिकारी आजम खान के घर में तलाशी लेते रहे। घर के बाहर फोर्स के जवानों के साथ स्थानीय पुलिस भी तैनात है।
आयकर के तीन सौ से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम गुरुवार को भी आजम खान के ठिकानों पर छानबीन में जुटी हुई है। मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट से जुड़े कई लोगों के ठिकानों को भी खंगाला जा रहा है साथ ही बुधवार को छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं। इस दौरान कुछ बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा आभूषण व नकदी बरामद होने की बात भी सामने आई है।
आयकर विभाग ने आजम खां उनकी पत्नी तजीन फात्मा व बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम की ओर से विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामों की जांच में गड़बड़ी पाई थी। आय से अधिक संपत्ति को लेकर भी जांच चल रही थी।
सूत्रों का कहना है कि आयकर की जांच के दायरे में मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट में हुई आर्थिक अनियमितता भी है। जौहर ट्रस्ट मामले की जांच शासन ने स्टेट स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम को सौंपी थी। ईडी भी इस मामले की जांच कर रहा है।
बता दें बुधवार सुबह आयकर टीम सुबह करीब छह बजे आजम खां के घर पहुंची और जौहर ट्रस्ट और उसके अधीन जौहर यूनिवर्सिटी का रिकार्ड खंगाला। सपा सरकार में बनी यूनिवर्सिटी के लिए करोड़ों रुपये चंदा जुटाया गया था। टीम इसका रिकार्ड भी खंगाल रही है। आजम के घर से सोने-चांदी के जेवरात भी मिले हैं।
इसके अलावा सपा नेता के करीबी और चमरौआ (रामपुर) के विधायक नसीर खां, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सलीम कासिम और आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम के मित्र अनवार के यहां भी सर्च अभियान चला। सलीम कासिम को टीम गोपनीय स्थान पर ले गई है। यह सभी आजम के राजदार रहे हैं।
आजम के खिलाफ 2019 में जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के 30 मुकदमे दर्ज हुए थे। तब प्रशासन ने उन्हें भूमाफिया घोषित कर दिया था।