(Pi Bureau)
भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले दलित वर्ग के साथ आत्मीयता बढ़ाएगी। इसके लिए पार्टी के सभी विधायक, सांसद, मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधि दलित बस्तियों में जाकर अनुसूचित जाति के लोगों को केंद्र सरकार की उपलब्धियां बताएंगे और योजनाओं का लाभ दिलाएंगे। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अनुसूचित जाति मोर्चा की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि बस्ती संपर्क अभियान के तहत सभी मंत्री, सांसद और विधायक घर-घर संपर्क करें। एक विधायक को 4-4 विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया जाएगा। दलित भाजपा के मतदाता हैं, बस उन्हें अपना बनाए रखना है। उनके बीच जाकर आत्मीयता बढ़ाने की जरूरत है। महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने कहा कि दलित बस्ती में जाकर मोदी-योगी सरकार की योजनाओं की जानकारी दें। जो पात्र लोग अब तक योजनाओं से वंचित है उन्हें लाभ दिलाएं। अवध, पश्चिम, काशी, गोरखपुर, कानपुर और बृज में अनुसूचित जाति वर्ग के बड़े सम्मेलन किए जाएंगे।
लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में भी सम्मेलन होंगे। अनुसूचित जाति के क्षेत्रीय सम्मेलनों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 2 हजार लोग शामिल करने का लक्ष्य दिया है। इस तरह अक्तूबर से 15 नवम्बर के बीच होने वाले सम्मेलनों में एक लाख तक लोग जमा होंगे। सम्मेलन में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
मंत्री कराएं समस्या समाधान
बस्ती संपर्क अभियान के तहत बस्तियों में लाभार्थियों से संपर्क सहित समाज के प्रबुद्ध वर्ग, सेवानिवृत्त अधिकारी, खिलाड़ी, लोक कलाकारों व अन्य प्रमुख लोगों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करने को कहा गया है। मंत्रियों को जनता से समस्याओं पर बात करने, अपने विभाग की समस्या का त्वरित समाधान करने और अन्य विभाग की समस्या के निराकरण के लिए संबंधित मंत्री को पत्र लिखने का सुझाव दिया गया।
दलितों का वोट प्रतिशत बढ़ा
समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को 30 से 40 प्रतिशत तक एससी वोट मिले थे। उसके बाद हुए निकाय चुनाव में 50 से 60 प्रतिशत एससी वोट भाजपा को मिले। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में 75 से 80 प्रतिशत दलित वोट हासिल करने का प्रयास करना है।