(Pi bureau)
देश की राजधानी दिल्ली स्मॉग की चादर में लिपट गई है। लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। शनिवार सुबह को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के पार दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार आनंद विहार में एक्यूआई 448 है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। इसके अलावा जहांगीरपुरी में 421, द्वारका सेक्टर-8 में 435 और आईजीआई एयरपोर्ट (टी3) के आसपास 421 दर्ज किया गया है। नोएडा सेक्टर-116 में एक्यूआई 426 और नोएडा सेक्टर 62 में 428 है।
वहीं, शुक्रवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 के करीब पहुंच गया, जोकि शाम पांच 468 सूचकांक दर्ज किया गया। यह इस सीजन का सबसे अधिक एक्यूआई है, जो गंभीर श्रेणी में है। वहीं, गुरुवार के मुकाबले वायु सूचकांक में 66 अंक की वृद्धि दर्ज की गई।
ओखला फेज-2 में खतरनाक श्रेणी के पास पहुंचा एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली में शुक्रवार को सभी इलाकों में गंभीर श्रेणी हवा दर्ज की गई। इसमें ओखला फेज-2 में एक्यूआई 499, आरके पुरम में 498 व श्री फोर्ट में 498 में सर्वाधिक वायु सूचकांक दर्ज किया गया। साथ ही, मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में 495, द्वारका सेक्टर-8 में 493, आईजीआई एयरपोर्ट में 493, दिलशाद गार्डन में 492, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में 491 समेत कई इलाकों में एक्यूआई 501 के करीब रहा, जोकि खतरनाक श्रेणी होता है। वहीं, न्यू मोती बाग में 488, मुंडका में 486, पूसा में 477, पंजाबी बाग में 484, वजीरपुर में 489 समेत 33 इलाकों में वायु सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
रविवार तक खतरनाक श्रेणी में पहुंच सकती है हवा
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक शुक्रवार को हवाएं उत्तर-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति चार से छह किलोमीटर प्रतिघंटे से रही, जोकि बेहद कम गति है। शनिवार को हवाएं दक्षिण-पूर्व व पूर्व दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की गति चार से छह किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेंगी। ऐसे में हवा खतरनाक श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है। वहीं, सुबह के समय धुंध के साथ कोहरा छाए रहने की आशंका है। वहीं, रविवार को हवाएं उत्तर व पूर्व दिशा की ओर से चलेंगी। हवा की चाल छह किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। सफर इंडिया के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा लगभग 354 दर्ज की गई, जोकि खतरनाक श्रेणी में है। वहीं, पीएम 10 की मात्रा करीब 552 दर्ज की गई, जोकि खतरनाक स्तर है।