(Pi bureau)
चारधाम ऑलवेदर परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। इन श्रमिकों को सुरंग के अंदर फंसे हुए 300 घंटे से अधिक का समय हो गया। आज उम्मीद बनी है कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाला जाएगा। इसके लिए सभी तरह की तैयारियां की गई है। वहीं अस्पताल और डॉक्टर्स भी अलर्ट पर हैं।
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को यदि एम्स ऋषिकेश लाया जाता है तो श्रमिकों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश पूरी तरह तैयार है। डाक्टरों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और अस्पताल प्रशासन ने श्रमिकों के बेहतर इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की 04 टीमें गठित की हैं।
एसजेवीएन लमिटेड के अधिकारी वर्टिकल ड्रिलिंग के बैकअप प्लान के लिए मुस्तैद हैं। कंपनी के महाप्रबंधक जसवंत कपूर ने मशीन पाइप ड्रिल को पहाड़ी पर पहुंचाने के लिए क्लियरेंस मांग ली है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को शुक्रवार को नाश्ते में मूंग दाल की खिचड़ी, ब्रेड, बॉयल्ड एग, जैम और दूध भेजा गया।