(Pi bureau)
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर की आबोहवा एक बार फिर जहरीली होती नजर आ रही है। नवंबर की शुरुआत से ही दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना दुश्वार हो गया है। पूरे नवंंबर दिल्ली और इसके आसपास के इलाके में लोग साफ हवा में सांस लेने को तरस गए हैं।
वहीं, दिसंबर की शुरुआत में भी दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया है। हालांकि, सप्ताह की शुरुआत में प्रदूषण स्तर में गिरावट देखी जा रही थी, जिसके कारण सुधार की उम्मीद थी, लेकिन अब प्रदूषण का स्तर दोबारा बढ़ने लगा है। इस समय दिल्ली वालों को प्रदूषण के साथ-साथ ठंड की मार भी झेलनी पड़ रही है।
शुक्रवार की सुबह 7 बजे के दिल्ली का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया है। वहीं, दिल्ली के अधिकतर इलाकों में भी एक्यूआई 400 के पार रहा है। दिल्ली के आनंद विहार में शुक्रवार की सुबह 9 बजे एक्यूआई 407, द्वारका सेक्टर-8 में 400, जहांगीरपुरी में 402, लोधी रोड में 349, रोहिणी में 400, वजीरपुर में 423 और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में एक्यूआई 381 दर्ज किया गया है।
एनसीआर की आबोहवा में फिर घुला जहर
इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर में भी हवा की हालत काफी खराब बनी हुई है। नोएडा में एक्यूआई 360, ग्रेटर नोएडा में 376, गाजियाबाद में 340, फरीदाबाद में 380 और गुरुग्राम में एक्यूआई 330 दर्ज किया गया है। पिछले चौबीस घंटे के भीतर ही प्रदूषण के सूचकांक में 108 अंकों का इजाफा हुआ है। 18 इलाकों की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है।
Air Quality Index (AQI) हवा की गुणवत्ता आंकने का एक सूचकांक है, जिससे यह पता लगाया जाता है कि एक शहर की हवा कितनी प्रदूषित है। एक्यूआई को अलग-अलग स्तर पर बांटा गया है, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कहां-कैसी स्थिति है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।