एक और बड़ी सफलता:: अशरफ ने जैनब के नाम किया था 12 बीघा जमीन का सौदा, किसान को दी जा चुकी थी रकम !!!

(Pi Bureau)

अतीक अहमद की 12.5 करोड़ की बेनामी संपत्ति कुर्क करने के बाद कमिश्नरेट टास्क फोर्स ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने माफिया के भाई अशरफ की 12 बीघा जमीन पर बनाई गई करोड़ों की बेनामी संपत्ति का पता लगाया है। उसकी पत्नी जैनब के घर की कुर्की की कार्रवाई के दौरान पुलिस को इससे जुड़े कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं।

हटवा स्थित इस संपत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट में कुर्क किया जाएगा। दो दिन पहले पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में वांछित चल रही जैनब के खिलाफ पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई की थी। अकबरपुर स्थित उसके आलीशान मकान को कुर्क किया गया। इससे पहले तलाशी के दौरान पुलिस को अशरफ की बेनामी संपत्ति से जुड़े अहम सुराग मिले।

पता चला कि अशरफ ने पत्नी जैनब के नाम पूरामुफ्ती के हटवा गांव में ही 12 बीघा जमीन का सौदा तय कर लिया था। जिन किसानों से यह जमीन खरीदी जानी थी, उन्हें उसके लिए रुपये भी दे दिए गए थे। अब महज जमीन का बैनामा होना था।

पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह जमीन भी हूबलाल की तरह किसी गुमनाम व्यक्ति के नाम लिखवाई जानी थी। बाद में इसे माफिया जब चाहता, अपने नाम करा लेता या किसी अन्य के नाम बैनामा करवाकर बेच देता। पुलिस ने इनमें से कुछ किसानों से पूछताछ की तो पुष्टि भी हो गई।

किसानों ने बताया कि उनकी जमीनों को खरीदने के लिए माफिया अशरफ ने सौदा किया था और सभी को पैसे भी दे दिए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जमीन से जुड़े दस्तावेज निकलवाए जा रहे हैं। इसे भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने के लिए अनुमति मांगी जाएगी।

हटवा में ही है जैनब का मायका

अशरफ ने जिस हटवा में 12 बीघा जमीन का सौदा किसानों से किया था, उसी गांव में उसकी पत्नी का मायका भी है। हटवा स्थित ससुराल से ही अशरफ को 2020 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस सूत्राें का दावा है कि जीजा अशरफ के लिए इस सौदे को पूरा कराने में उसका साला सद्दाम जी-जान से लगा था। अशरफ ने उसके ही जरिए किसानों को रकम भी दिलवा दी थी। हालांकि इसी दौरान उमेश पाल की हत्या हो गई और फिर प्लानिंग पर पानी फिर गया।

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