(Pi Bureau)
बिहार में सियासी हलचल के बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कन्नौज में कहा है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के साथ हैं। वो कहीं नहीं जा रहे हैं। पशिचम बंगाल में अकेले ही चुनाव लड़ने के ममता बनर्जी के फैसले पर कहा कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है, उसे बड़ा दिल दिखाते हुए उन्हें मनाना चाहिए।
लोकसभा चुनाव का आगाज करने के लिए अखिलेश यादव शुक्रवार को कन्नौज पहुंचे। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में उन्होंने तिर्वा तहसील के फ़कीरेपुरवा गांव से पीडीए पंचायत अभियान की शुरुआत की। खटिया पर बैठकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। कहा कि यह पंचायत पूरे प्रदेश के सभी बूथों पर पार्टी के सेक्टर प्रभारी करेंगे। पंचायत में उन्होंने गांव के लोगों से सीधे संवाद किया। सरकारी योजनाओं से वंचित लोगों से रूबरू होकर कहा कि जनता के साथ भेदभाव हो रहा है। मुफ्त राशन और लुभावना भाषण से लोगों को झांसे में रखा जा रहा है। सड़क में गड्ढे हैं, बिजली कटौती खूब हो रही है।
भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नौकरी, रोजगार, महंगाई जैसे हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम हो चुकी सरकार अब धर्म की आड़ में छिप रही है। जनता के मुद्दों से बचने के लिए धर्म का सहारा लिया जा रहा है। पिछड़ों और दलितों की अनदेखी हो रही है। अल्पसंख्यक के साथ अन्याय हो रहा है। कहा कि इसीलिए पीडीए यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों ने तय कर लिया है कि अबकी बार भाजपा को सबक सिखाना है।
इस दौरान से रूबरू होकर उन्होंने इंडिया गठबंधन को मजबूत बताया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए संग जाने की चर्चा को खारिज करते हुए कहा कि वो कहीं नहीं जा रहे हैं। वो इंडिया गठबंधन के साथ ही हैं। यह भाजपा का शिगूफा है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के अकेले ही चुनाव लड़ने के एलान पर कहा कि कांग्रेस को चाहिए कि बड़ी पार्टी होने के नाते बड़ा दिल दिखाए और उनसे बात करके उन्हें मनाए। उन्होंने जोर दिया कि इंडिया गठबंधन मजबूत है। जीत के आधार पर सीट का बंटवारा होगा।
गणतंत्र दिवस पर संकल्प, खत्म होगी अग्निवीर योजना
पीडीए पंचायत के बीच में उन्होंने नौजवानों को साधते हुए कहा कि अग्निवीर योजना छलावा है। भाजपा के लोगों ने सर्वे कराया, उसमें पाया कि सेना में गांव के गरीब, पिछड़े, दलित बिरादरी के युवा ज्यादा जाते हैं। इससे उनके घर में खुशहाली आती है। इसीलिए अग्निवीर योजना लाया गया। इससे पिछड़ों, दलितों को सरकारी नौकरी से दूर रखा जा रहा है। इसलिए गणतंत्र दिवस के दौरान समाजवादी पार्टी ने यह संकल्प लिया है कि इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई जाए और इस योजना को खत्म करवाया जाए, ताकि गांव में खुशहाली आए।