(Pi bureau)
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल कराने वाले पूर्वांचल के माफिया स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) के रडार पर हैं। इसके लिए एसटीएफ की वाराणसी यूनिट के स्तर से तीन टीमें गठित की गई हैं। एसटीएफ का फोकस विशेष रूप से पूर्वांचल के गाजीपुर, बलिया, मऊ, जौनपुर और मिर्जापुर जिले पर है।
गठित तीनों टीमों को कहा गया है कि नकल माफिया के नेटवर्क के बारे में विस्तृत जानकारी जुटा कर उन्हें उनके मंसूबे में सफल नहीं होने देना है। यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल के लिए पूर्वांचल के जिले पूर्व के वर्षों में प्रदेश और देश भर में कुख्यात रहे हैं। हालत यह रहती थी कि यहां होने वाली खुलेआम नकल के कारण बोर्ड परीक्षा में आसानी से पास होने के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे सुदूर प्रदेशों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल तक के छात्र-छात्राएं आते थे।
वर्ष 2017 में प्रदेश में सरकार बदली तो नकल माफिया के खिलाफ अभियान चलाकर शिकंजा कसना शुरू हुआ। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में धांधली कराने और करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई। इसी क्रम में आगामी 22 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए एसटीएफ ने एक बार फिर कमर कस ली है।
एसटीएफ के अफसरों का कहना है कि हाल के वर्षों में लगातार हुई प्रभावी कार्रवाई से नकल माफियाओं के हौसले पस्त हुए हैं। जिन विद्यालयों में पूर्व में सामूहिक नकल हुई है, अब उन्हें परीक्षा केंद्र भी नहीं बनाया जा रहा है। 44 परीक्षा केंद्रों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी।