(Pi bureau)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को लोकसभा में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ पेश किया। वित्त मंत्री अपने अंतरिम बजट भाषण में घोषणा की थी कि सरकार 2014 तक यूपीए शासन के 10 वर्षों में आर्थिक कुप्रबंधन को रेखांकित करते हुए अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र लाएगी।
लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ में कहा गया कि यूपीए सरकार को अधिक सुधारों के लिए तैयार एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था विरासत में मिली, लेकिन अपने 10 वर्षों में इसे निष्क्रिय बना दिया गया। 2004 में जब यूपीए सरकार का कार्यकाल शुरू हुआ था, तो भारतीय अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रही थी।
श्वेत पत्र में कहा गया कि यूपीए के शासनकाल में निवेशक विदेश चले गए। साथ ही उस दौरान बैंकिंग सेक्टर घाटे में चल रहा था। राजकोषीय घाटे से अर्थव्यवस्था संकट में था। श्वेत पत्र में कहा गया कि यूपीए सरकार के शासन में आम जनता महंगाई से त्रस्त थी। यूपीए कार्यकाल ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया।