(Pi Bureau)
कांग्रेस से समझौता होने के तुरंत बाद आज आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने दिल्ली और हरियाणा के लोकसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने अपने विधायकों पर बड़ा भरोसा जताते हुए दिल्ली में तीन विधायक कुलदीप कुमार, सही राम पहलवान और सोमनाथ भारती को टिकट दिया है, तो दिल्ली के ही पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को मैदान में उतारने का भी फैसला किया है. हरियाणा में AAP के हिस्से गठबंधन में एक सीट आई है, यहां की कुरुक्षेत्र सीट से पार्टी ने अपने पूर्व राज्यसभा संसद सुशील गुप्ता को टिकट दिया है.
प्रतिष्ठित नई दिल्ली सीट से पार्टी के तीन बार के विधायक सोमनाथ भारती उम्मीदवार होंगे. आईआईटी दिल्ली से पढ़े सोमनाथ भारती पेशे से वकील भी हैं. 2013 के चुनाव में पहली बार इन्हें आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की मालवीय नगर सीट से मैदान में उतारा. भारती ने दो क़द्दावर नेताओं कांग्रेस की पूर्व मंत्री किरण वालिया और बीजेपी की दक्षिण दिल्ली नगर निगम से पूर्व मेयर आरती मेहरा को हराया और विधायक बने. 49 दिन की अरविंद केजरीवाल सरकार के दौरान वो 28 दिसंबर 2013 से 14 फरवरी 2014 के दौरान दिल्ली के कानून मंत्री भी रहे. कांग्रेस से गठबंधन में ये सीट AAP के हिस्से आई है. इस सीट से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी भी वोटर हैं. जाहिर है, शायद पहली बार गांधी परिवार के सदस्य अपनी पार्टी से इतर किसी को वोट देंगे.
पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार को बनाया उम्मीदवार
कुलदीप कुमार को AAP ने पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार बनाया है. कुलदीप कुमार 2017 में पहली बार AAP के टिकट पर नगर निगम में पार्षद चुने गये और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में वो विपक्ष के नेता भी बने. 2020 के चुनाव में पार्टी ने इन्हें विधायकी का टिकट दे दिया और कुलदीप ने सीट जीतकर पार्टी की झोली में डाल दी. तेजतर्रार कुलदीप दलित समाज से आते हैं और सामान्य सीट से पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर अब लोकसभा लड़ने की ज़िम्मेदारी दी है.
दक्षिणी दिल्ली से पहलवान ठोकेंगे ताल
तुगलकाबाद के विधायक सही राम पहलवान अब लोकसभा चुनाव में दक्षिणी दिल्ली सीट से ताल ठोकेंगे. सही राम पहलवान 2015 से पहले तक बहुजन समाज पार्टी के साथ जुड़े रहे थे और बसपा की ही टिकट पर दो बार पार्षद भी बन चुके थे. 2015 में ये आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े और AAP ने इन्हें बीजेपी सांसद रमेश बिधुड़ी के गढ़ से टिकट दी. सही राम पहलवान ने पार्टी के भरोसे को सही जताते हुए इस चुनाव में रमेश बिधुड़ी के भतीजे विक्रम बिधुड़ी को मात दे दी. 2020 के चुनाव में एक बार फिर सही राम ने विक्रम को चुनावी अखाड़े में हराया और विधायक बने. अब AAP को लगता है कि दो बार के बीजेपी सांसद रमेश बिधुड़ी के खिलाफ वहीं उपयुक्त उम्मीदवार है. सही राम और रमेश बिधुड़ी दोनों ही गुज्जर समुदाय से आते हैं.
पूर्व कांग्रेस सांसद को पश्चिमी दिल्ली से दिया टिकट
कांग्रेस के पूर्व कद्दावर नेता और इलाके से पहले भी सांसद रह चुके महाबल मिश्रा इस बार पश्चिमी दिल्ली से AAP के उम्मीदवार होंगे. महाबल मिश्रा ने जमीनी स्तर से दिल्ली में राजनीति शुरू की थी. वो 1997 में डाबड़ी से पार्षद चुने गए, जिसके बाद कांग्रेस के टिकट पर 2003 और 2008 में विधायक भी बने. 2009 के चुनाव में वो कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने, लेकिन 2014 में बीजेपी से हार गये. अब वो AAP के टिकट पर एक बार फिर लोकसभा के अखाड़े में उतरेंगे. उनके बेटे विनय मिश्रा भी इसी लोकसभा के तहत आने वाली द्वारका सीट से विधायक हैं. महाबल मिश्रा का इलाक़े में बड़े पैमाने पर रहने वाले पूर्वांचली मतदाताओं पर अच्छा प्रभाव माना जाता है.
हरियाणा में पूर्व राज्यसभा सासंद को दिया टिकट
हरियाणा में AAP को कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत सिर्फ एक कुरुक्षेत्र की सीट मिली है. यहां से पार्टी ने अपने प्रदेश इंचार्ज और हाल तक दिल्ली से राज्यसभा सांसद रहे सुशील गुप्ता को टिकट दिया है. सुशील गुप्ता को पार्टी ने लंबे समय से हरियाणा में संगठन मजबूत करने की जिम्मेदारी दी हुई है. कहा तो ये भी जाता है कि हरियाणा के चुनाव को देखते हुए ही पार्टी ने इस बार उन्हें दिल्ली से राज्यसभा की टिकट नहीं दी थी. सुशील गुप्ता हरियाणा और दिल्ली NCR के अनेक शैक्षिक और स्वास्थ्य संगठनों से जुड़े हुए हैं.
गुजरात से इन दो को बनाया उम्मीदवार
इन सीटों के अलावा AAP को गुजरात की दो सीटें भी कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत मिली है, भरूच और भावनगर. भरूच से AAP पहले ही अपने विधायक चैतर बसावा और भावनगर से अपने विधायक उमेश मकवाना को लोकसभा उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. पंजाब में कांग्रेस और AAP अलग अलग चुनाव लड़ेंगे. यहां पार्टी कुछ समय बाद लोकसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करेगी.